Last Updated: Friday, November 29, 2013, 15:34
नई दिल्ली : सरकार द्वारा उठाये गए कदमों के मद्देनजर चालू खाते का घाटा चालू वित्त वर्ष के दौरान तीन प्रतिशत से नीचे आ सकता है। यह बात आज प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार समिति के अध्यक्ष सी रंगराजन ने कही। रंगराजन ने भरोसा जताया कि वित्त वर्ष 2013-14 में भारतीय अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 5.3 प्रतिशत रहेगी।
उन्होंने भारतीय आर्थिक सम्मेलन में कहा, ‘जो पहल की गई हैं उनके मद्देनजर मौजूदा वित्त वर्ष में चालू खाते का घाटा (कैड) निश्चित तौर पर तीन प्रतिशत के नीचे आ जाएगा और इस स्तर पर कैड के धन की व्यवस्था करना मुश्किल नहीं होगा।’ विदेशी मुद्रा के प्रवाह और निकासी के बीच का फर्क कैड कहलाता है जो सोने और कच्चे तेल के आयात के मद्देनजर 2012-13 में सकल घरेलू उत्पाद के 4.8 प्रतिशत के बराबर या 88.2 अरब डालर पर था।
सरकार ने कैड को नियंत्रित रखने के लिए कई पहलें की हैं जिनमें सोने पर आयात शुल्क बढ़ाकर 10 प्रतिशत करना और सोने की छड़ों और मेडल का आयात प्रतिबंधित रखना शामिल हैं। सरकार ने रपये में नरमी के मद्देनजर निर्यात को बढ़ावा देने के लिए भी अनेक पहल की हैं। (एजेंसी)
First Published: Friday, November 29, 2013, 15:34