Last Updated: Friday, August 23, 2013, 14:46
भारत की आयात पर लगाम लगाने, निर्यात में सुधार और ज्यादा रेमिटांस आकर्षित करने की कोशिश से चालू वित्त वर्ष में चालू खाते के घाटे के लिए धन की व्यवस्था हो सकती है और अगले छह से 12 महीने में रुपए को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 61 के स्तर पर आने में मदद मिलेगी।