Last Updated: Friday, February 28, 2014, 17:09
नई दिल्ली : सरकार ने हरियाणा और उत्तर प्रदेश में विकास कार्यों में तेजी लाने और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में यातायात की भीड़-भाड़ कम करने के लिये 6,284.20 करोड़ रुपये की लागत से 6 लेन के पूर्वी बाहरी एक्सप्रेस मार्ग परियोजना को मंजूरी दे दी। इस एक्सप्रेस मार्ग के जरिये हरियाणा और उत्तर प्रदेश के राष्ट्रीय राजमार्गों को दिल्ली में प्रवेश किये बिना बाहर से होते हुए जोड़ा जाएगा।
सरकार ने परियोजनाओं को बनाओ, चलाओ और हस्तांतरित करो (बीओटी-एन्युटी) आधार पर डिजाइन, निर्माण, वित्तपोषण, संचालन और हस्तांतरित प्रणाली से क्रियान्वित करने को मंजूरी दी है। एक सरकारी विज्ञप्ति में यह जानकारी दी गई है। परियोजना की 6,284.20 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत में भूमि अधिग्रहण, पुनर्वास और पुनरुद्धार लागत के साथ-साथ निर्माण पूर्व की दूसरी गतिविधियों की लागत भी शामिल है।
मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों की समिति में परियोजनाओं को मंजूरी मिलने के बाद जारी विज्ञप्ति के अनुसार एक्सप्रेस मार्ग की कुल लंबाई करीब 135 किलोमीटर होगी। विज्ञप्ति में कहा गया है कि इस परियोजना के पूरा होने पर हरियाणा और उत्तर प्रदेश में बुनियादी ढांचागत सुविधाओं में सुधार आएगा और इसके विकास से क्षेत्र की सामाजिक आर्थिक स्थिति बेहतर होगी।
परियोजना के तहत हरियाणा के सोनीपत, फरीदाबाद और पलवल जिले आएंगे जबकि उत्तर प्रदेश में बागपत, गौतमबुद्ध नगर और गाजियाबाद जिलों में कार्य होगा। परियोजना के पूरा होने से दिल्ली में भारी ट्रकों और बसों का प्रवेश कम होगा और प्रदूषण स्तर में भी कमी आयेगी। (एजेंसी)
First Published: Friday, February 28, 2014, 17:09