Last Updated: Sunday, March 2, 2014, 19:51
नई दिल्ली : भारत को अगस्तावेस्टलैंड वीवीआईपी हेलीकॉप्टर के 3600 करोड़ रुपए के सौदे को रद्द करने के बाद इतालवी कंपनी द्वारा वहां बैंकों में जमा कराई गयी 2134 करोड़ रुपये मूल्य की बैंक गारंटी की वसूली करनी बाकी है। उल्लेखनीय है कि इस सौदे में रिश्वत के आरोपों को लेकर तत्कालीन भारतीय वायुसेनाध्याक्ष एसपी त्यागी तथा अन्य के खिलाफ सीबीआई जांच चल रही है।
भारतीय वायुसेना ने सुभाष अग्रवाल द्वारा सूचना के अधिकार (आरटीआई) कानून के तहत मांगी गयी सूचना के जवाब में बताया है कि कंपनी ने डयूश बैंक, मिलानो में बैंक गारंटी में जो राशि जमा कराई वह मौजूदा विनिमय दर पर लगभग 2134 करोड़ रुपये है। यह राशि 83,439,303 यूरो (अनुबंध मूल्य का 15 प्रतिशत) तथा 166,878,607 यूरो (अनुबंध मूल्य का 30 प्रतिशत) है।
दी गयी जानकारी के अनुसार 12 हलीकॉप्टरों और उनके सहायक उपकरणों का कुल मूल्य 55,62,62026 रुपए था। इसकी 15 प्रतिशत राशि फरवरी 2010 में अग्रिम तथा 30 प्रतिशत महत्वपूर्ण डिजाइनों की समीक्षा के पूरा होने पर मार्च 2011 में चुकाया गया था।
इसी तरह इंटेग्रिटी पैक्ट (निष्ठा-अनुबंध) बैंक गारंटी के रूप में भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की संसद मार्ग शाखा में तीन करोड़ रुपये जमा कराए गए थे। यह राशि रक्षा मंत्रालय को मिल गई थी। इसके अनुसार अनुबंध समाप्त होने के बाद 240 करोड़ रुपये मूल्य की दो बैंक गारंटी भुना ली गई।
इससे पहले रक्षा मंत्री एके एंटनी ने राज्य सभा में एक वक्तव्य में कहा था कि हेलीकॉप्टर कंपनी द्वारा मिलान के बैंक में जमा करायी गयी बैंक गारंटी की राशि भारत को देने की मांग की गयी थी। पर कंपनी ने इटली की एक अदालत ने लगभग 2000 करोड़ रुपये की इस बैंक गारंटी को भुनाने के खिलाफ स्थगन आदेश प्राप्त कर लिया है। (एजेंसी)
First Published: Sunday, March 2, 2014, 19:51