Last Updated: Wednesday, December 11, 2013, 18:51
नई दिल्ली : प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के प्रमुख सी रंगराजन ने आज कहा कि भारत सालाना 30 अरब डालर मूल्य के सोने का आयात सहन कर सकता है। चालू खाते का घाटा (सीएडी) बढ़ने का प्रमुख कारण सोने का अत्यधिक आयात होना है।
दिल्ली आर्थिक सम्मेलन में रंगराजन ने कहा, मुद्रास्फीति नीचे आयी है। दूसरी तरफ चूंकि वित्तीय परिसंपत्ति ज्यादा आकषर्क हुई है, इससे संभवत: इससे सोने की मांग नीचे आ सकती है। हम 30 अरब डालर मूल्य के सोने के आयात का सहन कर सकते हैं। इससे पहले, सम्त्मेलन का उद्घाटन करते हुए वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने कहा कि भारत न तो 88 अरब डालर चालू खाते के घाटे :सीएडी: का वित्त पोषण कर सकता है जैसा 2012-13 में किया गया और न ही 50 अरब डालर या उससे अधिक मूल्य के सोने के आयात का वहन कर सकता है।
उल्लेखनीय है कि चालू खाते का घाटा 2012-13 में अबतक के सबसे उच्च स्तर 88.2 अरब डालर पर पहुंच गया जिसका प्रमुख कारण 845 टन सोने का आयात तथा तेल के दाम में तेजी थी। उच्च सीएडी के कारण डालर के मुकाबले रपया अगस्त के अंत में 68.85 तक चला गया था। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, December 11, 2013, 18:51