Last Updated: Thursday, October 17, 2013, 20:09
बर्लिन : अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भ्रष्टाचार पर नजर रखने वाली संस्था `ट्रांसपैरेंसी इंटरनेशनल` द्वारा गुरुवार को जारी एक सर्वक्षण रिपोर्ट में, उभरते बाजारों की बहुराष्ट्रीय कंपनियों में भारतीय कंपनियों को सर्वश्रेष्ठ रेटिंग दी गई।
चीन एवं भारत जैसे देशों में तेजी से कारोबार का विस्तार कर रही कंपनियों से सार्वजनिक रूप से जवाबदेह होने का अनुरोध करते हुए ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल ने भारतीय कंपनियों को अपेक्षाकृत उच्च मानक वाला बताया और उनकी सराहना की और चीन की कंपनियों को ब्रिक्स समूह (ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका) में सबसे निचली रेटिंग दी।
विश्व की 16 उभरती हुई अर्थव्यवस्थाओं में सबसे तेजी से विस्तार ले रही कुल 100 बहुराष्ट्रीय कंपनियों को सर्वेक्षण में शामिल किया गया, जिसमें से एक तिहाई कंपनियां चीन की थीं। इस सर्वेक्षण के तहत 75 फीसदी कंपनियां 10 में से पांच से भी कम अंक ही हासिल कर सकीं। कंपनियों को यह अंक भ्रष्टाचार पर काबू पाने के लिए उनके द्वारा अपनाए गए पादर्शी उपायों, अपने संगठन को रिपोर्ट करने की प्रणाली एवं आय, खर्च और कर संबंधी सूचनाओं को सार्वजनिक करने के तरीकों के आधार पर दिए गए।
बर्लिन की संस्था ट्रांसपैरेंसी इंटरनेशनल ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि रिपोर्ट में शामिल 100 में से 75 फीसदी कंपनियां ब्रिक्स देशों की हैं, जिनका आर्थिक संकट के बाद वैश्विक विकास में 50 प्रतिशत योगदान है। रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि परिणामों से पता चलता है कि चीन की कंपनियां कुल 20 फीसदी स्कोर के साथ सभी क्षेत्रों में सर्वाधिक पिछड़ी हुई हैं। ट्रांसपैरेंसी इंटरनेशनल ने कहा है कि भारतीय कंपनियों का प्रदर्शन 54 प्रतिशत स्कोर के साथ ब्रिक्स देशों की कंपनियों में सर्वोत्तम रहा है। (एजेंसी)
First Published: Thursday, October 17, 2013, 20:09