Last Updated: Wednesday, November 20, 2013, 20:14
नई दिल्ली : योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह आहलूवालिया ने आज कोयले के दाम बढाने का समर्थन किया ताकि घरेलू उर्जा बाजार में विसंगति को दूर किया जा सके। आहलूवालिया यहां केपीएमजी एनर्जी कनक्लेव को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि देश में उर्जा की कीमत कम (अंडर प्राइस्ड) है जिससे बाजार में विसंगति आती है।
उन्होंने कहा, भारतीय कोयले की कीमत आयातित कोयले से काफी कम है। कैलोरीफिक लिहाज से कीमत में समायोजन के बाद भी, यह कम है। हमें घरेलू कोयला कीमतों को अंतरराष्ट्रीय कोयला कीमत से जोड़ने की कोशिश करनी चाहिए। उन्होंने कहा, अगर हम ऐसा नहीं भी करते हैं तो कोयले की कीमत निश्चित रूप से बढेगी। यह बड़ा मुद्दा है जिसका सामना हमें करना होगा।
उन्होंने कहा कि कीमतों में वृद्धि एक ही रात में नहीं की जा सकती और यह बढोतरी चरणबद्ध तरीके से करनी होगी। उन्होंने कहा कि महंगे आयातित कोयले की लागत को उपभोक्ताओं पर डालने के हाल ही का फैसला पूरी तरह से अपरिहार्य कदम है। उन्होंने कहा, सस्ती घरेलू आपूर्ति के कारण, मांग अधिक है और यह बाजार को बिगाड़ रही है। हमने कोयले की पूलिंग करते हुए इस समस्या को सुलझाया है। आहलूवालिया ने कहा, भारत में उर्जा गंभीर रूप से कम कीमत (अंडरप्राइस्ड) है। हमें लोगों को समझाना होगा कि उर्जा कीमतों में तीव्र बढोतरी की जरूरत है। यह सुधार समय के साथ करना होगा न कि तत्काल। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, November 20, 2013, 20:14