Last Updated: Tuesday, March 4, 2014, 18:53

नई दिल्ली : अनुपालन में लगातार ढिलाई बरतने के आरोपी सहारा समूह ने मंगलार को बाजार नियामक सेबी को 22,500 करोड़ रुपये की नई बैंक गारंटी तथा निवेशकों के सत्यापन में मदद की पेशकश की। इनमें वे निवेशक भी शामिल है जिनको समूह ने पहले ही रिफंड कर देने का दावा किया है।
सहारा ने कहा है कि वह सेबी की मदद के लिए सैकड़ों सक्षम कर्मचारी नियुक्त कर सकता है जो कि दस्तावेजों के सत्यापन तथा अन्य सूचनाएं व दस्तावेज इकट्ठे करने में उसकी मदद करेंगे। सहारा समूह ने इनमें से अधिकांश दस्तावेज पहले ही जमा करा दिए हैं जबकि कुछ और जमा कराने की पेशकश की है।
इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि अगर सत्यापन प्रक्रिया में कोई निवेशक असली नहीं पाया जाता या कोई खाता फर्जी पाया जाता है तो समूह उस निवेशक से जुड़ी राशि 30 दिन के भीतर सेबी के जरिए केंद्र सरकार को जमा करा देगा। उल्लेखनीय है कि पुलिस ने सहारा समूह प्रमुख सुब्रत राय को आज यहां उच्चतम न्यायालय में पेश किया, जहां उनकी तरफ से यह पेशकश की गई। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, March 4, 2014, 18:53