Last Updated: Friday, January 24, 2014, 17:11
मुंबई : कमजोर वैश्विक रुख के बीच ब्याज दरों पर रिजर्व बैंक के बयान से निवेशकों की मुनाफावसूली का दौर चलने से बंबई शेयर बाजार के सेंसेक्स में 240.10 अंक की जोरदार गिरावट आई। गुरुवार को यह रिकार्ड ऊंचाई पर पहुंच गया था। अमेरिका व चीन के कमजोर आर्थिक आंकड़ों से भी बाजार धारणा प्रभावित हुई।
रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन ने गुरुवार को कहा था कि मुद्रास्फीति एक घातक बीमारी है और इसी वजह से केंद्रीय बैंक को ब्याज दरों को ऊंचा रखना पड़ रहा है। कल के कारोबार में 21,373.66 अंक के रिकार्ड स्तर पर जाने वाला बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 240.10 अंक या 1.12 प्रतिशत की गिरावट के साथ 21,133.56 अंक पर आ गया। 2 जनवरी के बाद यह सेंसेक्स की सबसे बड़ी गिरावट है।
नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी 78.90 अंक या 1.24 प्रतिशत के नुकसान से 6,266.75 अंक पर आ गया। कोटक सिक्योरिटीज के निजी ग्राहक समूह के प्रमुख दीपेन शाह ने कहा कि बाजार ने चीन और अमेरिका के कमजोर आर्थिक आंकड़ों पर प्रतिक्रिया दी। ब्याज दर पर टिके शेयरों में सबसे ज्यादा नुकसान रहा। रीयल्टी खंड का सूचकांक 3.19 प्रतिशत व पूंजीगत सामान 2.68 प्रतिशत लुढ़क गया।
सेंसेक्स की कंपनियों में भेल का शेयर 3.39 प्रतिशत, टाटा मोटर्स 3.26 प्रतिशत और आईसीआईसीआई बैंक 1.96 प्रतिशत लुढ़क गए। सेंसेक्स के 30 शेयरों में 27 में नुकसान दर्ज हुआ। (एजेंसी)
First Published: Friday, January 24, 2014, 17:11