Last Updated: Wednesday, February 26, 2014, 13:03
नई दिल्ली : टाटा पावर की मूंदड़ा स्थित अति वृहद बिजली परियोजना की बिजली के लिए अब करीब 47 पैसे प्रति यूनिट उंची दर मिलेगी। सीईआरसी ने इस परियोजना की बिजली दर बढाने की अनुमति दी है। केंद्रीय विद्युत नियामकीय आयोग (सीईआरसी) ने कंपनी को एक अप्रैल, 2013 से बिजली के लिए 52 पैसे उंची दर रखने के साथ साथ उसके पक्ष में 329.45 करोड़ रुपये के मुआवजे के भुगतान का आदेश दिया है। पर सीईआरसी के निर्णय के मुताबिक, टाटा पावर को इस परियोजना में लगी अपनी शेयर पूंजी पर प्रतिफल (आरओई) एक प्रतिशत छोड़ना होगा जो सालाना करीब 50 करोड़ रुपये बैठता है।
कंपनी ने कहा कि उसे 47 पैसे अधिक शुल्क मिलेगा जिससे उसकी 4,000 मेगावाट की मूंदड़ा परियोजना के लिए ‘आंशिक राहत’ मिलेगी। इस समय इस परियोजना की बिजली की दर 2.26 रुपये प्रति यूनिट है। मूंदड़ा परियोजना से गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान, हरियाणा और पंजाब को बिजली की आपूर्ति की जाती है। कंपनी इंडोनेशियाई कोयले की कीमत बढ़ने के बाद से चुनौतियों का सामना करती रही है। कंपनी इंडोनेशिया से आयातित कोयले से यह संयंत्र चलाती है।
टाटा पावर ने कहा है कि वह सीईआरसी के आदेश को लाभार्थियों और उपभोक्ताओं के हितों को देखते हुए संभवत: ‘संतंलित’ मानती है। सीईआरसी ने डंडोनेशिया से आयातित कोयले की कीमतों में वृद्धि के मद्देनजर मुंदड़ा में टाटा और अदाणी पावर की बड़ी बिजली परियोजनाओं के बिजली की बिक्री दर बढाने और इनकी खरीददार कंपनियों से पिछली अवधि के एि इन्हें मुआवजा दिए जाने का आदेश दिया है। अदाणी पावर की 4620 मेगावाट की परियोजना को बतौर मुआवजा करीब 830 करोड़ रपए प्राप्त होने हैं। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, February 26, 2014, 13:03