Last Updated: Monday, May 12, 2014, 16:23
भुवनेश्वर: उड़िया फिल्मों के अभिनेता शरत पुजारी का यहां सोमवार तड़के घर पर दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। वह 80 वर्ष के थे। ओडिशा के राज्यपाल एस.सी. जमीर और मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और राज्य की सैकड़ों फिल्म हस्तियों ने उनके आकस्मिक निधन पर शोक जताया। एस.सी. जमीर ने अपने शोक संदेश में कहा, राज्य ने एक निष्ठावान अभिनेता और अगाध संस्कृति प्रेमी खो दिया है। शरत के अभिनेता बेटे सौमेन पुजारी ने बताया, उन्हें देर रात करीब 12.30 बजे दिल का दौरा पड़ा।
शरत के परिवार में उनकी पत्नी, दो बेटियां और दो बेटे हैं। उनका अंतिम संस्कार भुवनेश्वर से करीब 55 किलोमीटर दूर पुरी में दिन में होगा। उन्होंने वर्ष 1958 में पश्चिमी ओडिशा के एक निजी कॉलेज में शिक्षक के पद पर रहते हुए उड़िया फिल्मोद्योग में कदम रखा। उन्होंने करीब 50 फिल्मों में अभिनय किया।
नायक के रूप में उनकी कुछ मशहूर उड़िया फिल्मों में `तपोई`, `अशांत गृह`, `अस्तराग` और `साधना` शामिल हैं। उन्होंने ए.के. बीर निर्देशित हिंदी फिल्म `अरण्यक` में भी प्रमुख भूमिका निभाई। शरत वर्ष 1994 में भुवनेश्वर के सरकारी संगीत नाटक महाविद्यालय से बतौर प्रधानाचार्य सेवानिवृत्त हुए। उनकी आखिरी फिल्म `पूजा पैन फुलैती` थी, जो वर्ष 2007 में रिलीज हुई। उन्हें उड़िया में सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार से नवाजा जा चुका है। फिल्मों के अलावा वह सामाजिक कार्य से भी जुड़े हुए थे।
पीपुल्स कल्चरल सेंटर नामक गैर सरकारी संस्था (एनजीओ) के सचिव रंजन मोहंती ने बताया, उनका निधन फिल्मोद्योग और सामाजिक क्षेत्र दोनों में ही एक रिक्तता ले आया है, जिसे भरा नहीं जा सकता। वर्ष 2007 में शरत ने कहा था, मुझे अगर कहानी पसंद नहीं आती तो मैं कभी फिल्म में काम नहीं करता। यही वजह है कि भूमिका करने का प्रस्ताव मिलने के बावजूद, मैंने बहुत अधिक फिल्मों में अभिनय नहीं किया है।
(एजेंसी)
First Published: Monday, May 12, 2014, 16:23