दो मिनट का कठिन परिश्रम भी दूर भगा सकता है मधुमेह

दो मिनट का कठिन परिश्रम भी दूर भगा सकता है मधुमेह

दो मिनट का कठिन परिश्रम भी दूर भगा सकता है मधुमेहलंदन : एक अध्ययन का दावा है कि हर सप्ताह दो मिनट की कड़ी मेहनत वाली कसरत (एचआईटी) भी ‘टाइप 2 मधुमेह’ को दूर भगा सकती है। ब्रिटेन के एबर्टे यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं का मानना है कि स्वास्थ्य में सुधार लाने के लिए एचआईटी ही लोगों के लिए उपयुक्त तरीका है।

अध्ययन में ज्यादा वजन वाले वयस्कों (जिनमें मधुमेह होने का खतरा अधिक है) ने आठ सप्ताह के लिए एचआईटी की प्रक्रिया का पालन किया। जिसके तहत सप्ताह में दो बार कसरत वाली बाइक को तेजी से चलाना था और इसे छह सेकंड में पूरा करना था। हर सत्र में इस प्रक्रिया को दस बार में पूरा करना था और हर सप्ताह अ5यास के लिए केवल दो मिनट का समय देना होता था।

शोधकर्ताओं ने बताया कि बेहद कम समय लेकिन कड़ी मेहनत वाली यह कसरत हृदय स्वास्थ्य से संबंधी (कार्डियोवास्कुलर हेल्थ) और इंसुलिन की संवेदनशीलता में सुधार ला सकती है। यह लोगों में रक्त में मौजूद ग्लूकोज के स्तर को कम करने में सक्षम है। पहली बार इस तरह के बेहद अल्प अवधि वाले व्यायाम से स्वास्थ्य में सुधार होने के संकेत मिले हैं।

इसी दल द्वारा इससे पहले किए गए शोध में यह पता चला था कि एक सप्ताह में तीन बार एचआईटी सत्र जरूरी है। लेकिन इस अध्ययन ने इस बात को साबित किया है कि सप्ताह में केवल दो मिनट के व्यायाम से भी बेहतर स्वास्थ्य हासिल किया जा सकता है।

(एजेंसी)

First Published: Tuesday, May 27, 2014, 19:06

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