Last Updated: Sunday, January 19, 2014, 18:08
ज़ी मीडिया ब्यूरोनई दिल्ली : भाजपा के वयोवृद्ध नेता और पूर्व उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी ने रविवार को कहा कि पार्टी को अगले लोकसभा चुनाव में जीत के प्रति `अति आत्मविश्वास` में नहीं आना चाहिए। उन्होंने कहा कि यही वजह 2004 के चुनाव में भाजपा के पराजित होने की रही थी।
भाजपा की राष्ट्रीय परिषद को संबोधित करते हुए आडवाणी ने कहा कि एक दशक के बाद सत्ता हासिल करने और नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाने के प्रयासों में भाजपा कार्यकर्ता कोई ढिलाई नहीं बरतें। लोकसभा चुनाव के लिए नरेन्द्र मोदी को पार्टी की कमान सौंपे जाने से नाराज आडवाणी ने गुजरात के मुख्यमंत्री को जून-2014 में देश का प्रधानमंत्री बनाने के लिए सभी भाजपा कार्यकताओं से कोई कसर नहीं छोड़ने का संकल्प लेने को कहा।
अपने समापन भाषण में आडवाणी ने कहा, ‘आजादी के बाद से यह 16वां चुनाव होगा। मैंने सभी चुनाव देखे हैं और अब तक जितने भी चुनाव हुए हैं, उनमें पार्टी में ऐसा उत्साह और आत्मविश्वास कभी नहीं देखने को मिला।’ आडवाणी ने कहा, ‘इसके लिए मैं पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह और सभी सदस्यों को बधाई देता हूं जिन्होंने यह तय किया कि चुनाव के बाद बहुमत आने पर नरेन्द्र भाई हमारे प्रधानमंत्री होंगे और जिन्होंने 272 प्लस सीट प्राप्त करने का लक्ष्य बनाया।’
भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘हमें इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़नी है। हमें इसे साध लेना है। हम जून के महीने में मोदी को देश का प्रधानमंत्री बनाने का लक्ष्य लेकर चलें। हम 2004 में चुनाव हार गए और इसका कारण अति आत्मविश्वास था। इस लोकसभा चुनाव में हमें सुनिश्चित करना है कि हम केवल विश्वास के साथ चुनाव लड़े।’
मोदी की प्रशंसा करते हुए आडवाणी ने कहा, ‘बड़ा लक्ष्य हो तो महत्वाकांक्षा भी बड़ी होनी चाहिए। पिछले पांच-छह महीने से नरेन्द्र भाई के साथ पार्टी ने अभियान चलाया, बड़ी-बड़ी जनसभाओं को संबोधित किया, किसी अन्य नेता ने लगातार ऐसे लोगों के सामने अपनी बात नहीं रखी।’ उन्होंने कहा कि आज भी मोदी ने सुशासन के साथ इंद्रधनुष की जो व्याख्या की है, वह आने वाले वर्षों में पार्टी की सोच और दृष्टि को रेखांकित करती है।
आडवाणी ने कहा कि नरेन्द्र मोदी जिस प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं, उस प्रदेश से उनका पहला परिचय 1943 में हुआ और तब उन्होंने गांधीजी के बारे में सुना। गांधीजी को साबरमती का संत कहा जाता था। लेकिन साबरमती नदी को देखकर उन्हें काफी दुख होता था जो एक गंदे नाले के समान थी। उन्होंने कहा, ‘नरेन्द्र भाई अपनी अन्य उपलब्धियों पर गर्व कर सकते हैं लेकिन जिस तरह से नर्मदा का पानी लाकर साबरमती नदी का कायाकल्प किया.. यह वाकई गर्व की बात है। सुशासन देने और उसका सर्वाधिक लाभ गरीबों को हो, ऐसा काम उन्होंने किया है।’
भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कहा कि मोदी ने भारत के लिए वोट मांगा और जिन बातों पर मांगा, उसकी हर एक बात हमारी संस्कृति में निहित है। भाजपा ने पूरी दृष्टि और सोच देश के सामने रखी है। आडवाणी ने कहा, ‘आप किसी भी देवी की पूजा करते हों, आने वाले 50 वर्षों के लिए उन्हें सोने दें और एक देवी की पूजा करें, उसे जागृत रखें और वह देवी हैं भारत माता। उन्होंने कहा, ‘चुनाव आयोग ने 15वीं लोकसभा एक जून को गठित होने की बात कही है। हम यह सोच लेकर चलें कि जून महीने में नरेंद्र भाई मोदी देश के प्रधानमंत्री होंगे।’
First Published: Sunday, January 19, 2014, 17:59