सक्रिय राजनीति से संन्यास लेंगे 95 वर्षीय MP रिशांग किशिंग

सक्रिय राजनीति से संन्यास लेंगे 95 वर्षीय MP रिशांग किशिंग

नई दिल्ली : देश के सबसे उम्रदराज सांसद एवं 1952 की पहली लोकसभा के सदस्य रिशांग किशिंग ने सात दशक के सार्वजनिक जीवन के बाद सक्रिय राजनीति से सन्यास लेने का फैसला लिया है। 95 वर्षीय किशिंग का राज्यसभा का वर्तमान कार्यकाल अप्रैल में खत्म हो रहा है। किशिंग को लगता है कि उनके सक्रिय राजनीति से विदा लेने का समय आ गया है क्योंकि वह सार्वजनिक जीवन में पर्याप्त सेवा चुके हैं।

उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि मेरा सावर्जनिक जीवन पर्याप्त रहा। मुझे सन्यास लेना होगा। आजादी की लड़ाई के बाद से देश की राजनीति में कई उतार चढ़ाव देखने वाले किशिंग को अब भी वह दिन याद है जब पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने उनसे 1962 में कांग्रेस में शामिल होने को कहा था। गुजरे समय को याद करते हुए किशिंग इस बात को लेकर गर्व महसूस करते हैं कि उन्हें नेहरू से लेकर सोनिया गांधी तक नेहरू-गांधी परिवार की तीन पीढ़ियों के साथ काम करने का मौका मिला। राज्यसभा में अपना दूसरा कार्यकाल पूरा कर रहे वरिष्ठ सांसद चार बार मणिपुर के मुख्यमंत्री रह चुके हैं और उन्होंने लोकसभा में दो कार्यकाल पूरे किए हैं।

किशिंग गर्व के साथ कहते हैं, मैंने पंडितजी (नेहरू), इंदिरा गांधी, राजीव गांधी और सोनिया गांधी के साथ काम किया है। 1952 में सोशलिस्ट पार्टी के टिकट पर लोकसभा के लिए निर्वाचित हुए किशिंग 1962 में कांग्रेस में शामिल हुए थे। उन्होंने कहा, पंडित नेहरू ने गर्मजोशी से मेरा स्वागत किया। वह एक असाधारण नेता थे।


मणिपुर के नगा बहुल उखरूल जिले के रहने वाले पूर्व स्कूल शिक्षक किशिंग अपनी आगे की जिंदगी खेती, बागवानी और उन चीजों में गुजारना चाहते हैं जो वह पहले व्यस्त रहने की वजह से नहीं कर सके। उन्होंने कहा, ‘‘बागवानी मेरा पसंदीदा शौक है। मैं बागवानी विशेषकर औषधीय पौधों की खेती में भी समय बिताउंगा।’’ किशिंग एक बार अपने उपर हुए जानलेवा हमले में बाल बाल बचे थे। 1985 में मुख्यमंत्री पद के उनके कार्यकाल के दौरान उनके काफिले पर विद्रोहियों ने हमला किया था। हमले में उनके साथ कार्यरत चार अधिकारी मारे गये और कई अन्य घायल हो गए।

उन्होंने कहा कि हालांकि वह सक्रिय सार्वजनिक जीवन से सन्यास ले लेंगे लेकिन वह उत्तरपूर्व के राज्यों विशेषकर अपने राज्य मणिपुर के कल्याण के लिए योगदान देते रहेंगे। राज्यसभा के 200वें सत्र के अवसर पर आयोजित एक समारोह में दिसंबर 2003 में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने पहली लोकसभा के सदस्य होने के लिए किशिंग को सम्मानित किया था। साथ ही उन्हें 13 मई, 2012 को संसद की 60वीं वषर्गांठ के अवसर पर आयोजित एक समारोह में राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, लोकसभा अध्यक्ष और राज्यसभा के सभापति ने संसद के एक मौजूदा सदस्य के तौर पर भी सम्मानित किया था। (एजेंसी)

First Published: Sunday, February 2, 2014, 15:19

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