जनलोकपाल के लिए फिर आमरण अनशन पर बैठे अन्ना हजारे

जनलोकपाल के लिए फिर आमरण अनशन पर बैठे अन्ना हजारे

जनलोकपाल के लिए फिर आमरण अनशन पर बैठे अन्ना हजारेरालेगण सिद्धि : समाजसेवी अन्ना हजारे संसद में जनलोकपाल बिल पारित की मांग लेकर आज (मंगलवार) फिर से अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठे। अन्ना हजारे ने सोमवार को कहा कि लोग यूपीए सरकार से भ्रष्टाचार से गुस्से में हैं, जिसका असर विधानसभा चुनावों में दिख गया है। कांग्रेस को करारी हार झेलनी पड़ी क्योंकि सरकार जनलोकपाल बिल पास नहीं करा पाई। कांग्रेस ने जनता को धोखा दिया और जनता ने उसे उचित जवाब दिया।

अन्ना ने कहा, लोग कांग्रेस के नेतृत्व वाले मौजूदा सत्तारूढ़ गठबंधन के खिलाफ है क्योंकि अनियंत्रित महंगाई, जनलोकपाल बिल को पारित नहीं करने और आम आदमी को प्रभावित करने वाले मूलभूत मुद्दों को नजरअंदाज किया गया है। उन्होंने कहा कि लोगों ने लोकतांत्रिक प्रणाली को मजबूत करने के लिए एक परिपक्व प्रतिक्रिया (चुनाव नतीजों के जरिए) दी है। सामाजिक कार्यकर्ता ने कहा कि वह एक मजबूत जनलोकपाल विधेयक के लिए महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले में अपने पैतृक निवास रालेगण सिद्धि स्थित यादवबाबा मंदिर के सामने मंगलवार से एक अनिश्चितकालीन अनशन शुरू करेंगे।

अन्ना ने कहा कि उन्हें प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी से भ्रष्टाचार रोधी बिल को पारित करने का भरोसा दिलाने वाले पत्र मिले थे, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। देश में भ्रष्टाचार को समाप्त करने के लिए केंद्र के पास इच्छाशक्ति की कमी है और अपने वादे को पूरा करने या सत्ता से हटने का सरकार के पास वक्त आ गया है। अन्ना ने कहा कि जब प्रधानमंत्री साम्प्रदायिक हिंसा विधेयक संसद में पारित करने का संकल्प कर सकते हैं, तो वह काफी समय से लंबित भ्रष्टाचार रोधी विधेयक के लिए ऐसा क्यों नहीं करते? उन्होंने अफसोस जताते हुए कहा, भारत के लोग जनलोकपाल बिल, जनप्रतिनिधि को वापस बुलाने का कानून और सक्षम ग्राम सभा चाहते हैं। मौजूदा यूपीए सरकार सिर्फ सहानुभूति दिखा रही है, लेकिन कुछ नहीं कर रही है।

उल्लेखनीय है कि अन्ना ने संसद के शीत सत्र के पहले दिन से ही अनशन शुरू करने का पहले ही ऐलान कर दिया था। अन्ना ने कहा कि अब अनशन का स्थान बदल कर अपने गांव कर दिया गया है। अन्ना ने ऎसा अपने चिकित्सकों के कहे अनुसर किया है। अन्ना की कुछ समय पहले ही सर्जरी हुई है। अन्ना ने कहा, मैंने लोगों से वादा किया था कि अगर सरकार जनलोकपाल बिल पास नहीं करती है तो मैं संसद के शीत सत्र के पहले दिन से ही दिल्ली के रामलीला मैदान में अनशन पर बैठूंगा। मेरा हाल ही मुश्किल ऑपरेशन हुआ है और चिकित्सकों ने मुझसे सावधानी बरतने को कहा है। अब मैं 10 दिसंबर से दिल्ली के रामलीला मैदान के बजाए रालेगन सिद्धी में अनिश्चितकालीन अनशन शुरू करूंगा।

First Published: Tuesday, December 10, 2013, 08:59

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