Last Updated: Sunday, October 6, 2013, 17:57
नई दिल्ली : विमान वाहक आईएनएस विक्रमादित्य को रक्षा मंत्री ए के एंटनी 15-17 नवंबर को रूस यात्रा के दौरान नौसेना में शामिल करेंगे। इस विमान वाहक की आपूर्ति में काफी देर हो चुकी है।
करीब पांच साल की देरी के पश्चात इस विमान वाहक को रूस में 15 नवंबर को नौसेना को सौंपे जाने की संभावना है जहां उसमें जरूरी संशोधन किए जा रहे हैं। यह पोत 45 हजार टन वजनी है।
सूत्रों ने यहां कहा, ‘भारत रूस अंतर सरकारी सैन्य एवं तकनीकी सहयोग आयोग की नवंबर में बैठक होने की संभावना है, उसी सिलसिले में रक्षा मंत्री (रूस) यात्रा पर जायेंगे और वहां उनके द्वारा इस जंगी जहाज को भारतीय नौसेना में शामिल किए जाने की संभावना है।’
पहले रक्षा मंत्री की यात्रा अक्तूबर के तीसरे सप्ताह में होने वाली थी लेकिन मंत्रालय ने उसे स्थगित कर दिया।
विक्रमादित्य पिछले दो महीने में बैरेंट्स सागर और श्वेत सागर में अपने सारे परीक्षण पूरे कर चुका है। कई कारणों से इसकी आपूर्ति में पांच साल का विलंब हो गया है। उसे पहले एडमिरल गोर्शकोव के नाम से जाना जाता था। (एजेंसी)
First Published: Sunday, October 6, 2013, 17:57