हिमाचल ब्‍यास नदी हादसा: लापता छात्रों की तलाश अभी भी जारी

हिमाचल ब्‍यास नदी हादसा: लापता छात्रों की तलाश अभी भी जारी

हिमाचल ब्‍यास नदी हादसा: लापता छात्रों की तलाश अभी भी जारीज़ी मीडिया ब्‍यूरो

मंडी (हिमाचल प्रदेश) : हैदराबाद के इंजीनियरिंग कॉलेज के 19 छात्रों और एक गाईड की खोज में लगे बचावकर्मियों को मामूली सफलता मिली है। ये छात्र लारजी जल विद्युत परियोजना के जलाशय से अचानक पानी छोड़ने के कारण बह गए थे। लापता छात्रों की तलाश अभी भी जारी है और बचावकर्मी सघन अभियान में जुटे हैं।

गौर हो कि राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की टीम ने मंगलवार को तीन लड़कियों सहित पांच छात्रों के शव बरामद किए थे। एनडीआरएफ के कमांडिंग अधिकारी जयदीप सिंह ने कहा कि एनडीआरएफ के 84 कर्मियों और 10 गोताखोरों ने ब्यास नदी में दुर्घटनास्थल थलौट एवं पंडोह बांध से खोज अभियान शुरू किया।

बचाव अभियान में एक दर्जन नावें, स्थानीय गोताखोरों और राफ्टर्स ने भी एनडीआरएफ दल का सहयोग किया। अधिकारियों ने कहा कि पंडोह बांध में जल का स्तर काफी ऊंचा था लेकिन जल निकासी द्वार को नहीं खोला गया क्योंकि शवों के बह जाने का खतरा था। मंडी के जिलाधिकारी देवेश कुमार ने कहा कि डैम अधिकारियों के पास प्रोटोकॉल की प्रणाली है लेकिन मुझे लगता है कि कुछ खामियां हैं! मैं कहना चाहता हूं कि रास्तों पर पर्याप्त संख्या में साइनबोर्ड की जरूरत है।

तेलंगाना के गृह मंत्री नयनी नरसिम्हा रेड्डी ने कहा कि परिजनों का मानना है कि खोज ‘गहराई’ में की जानी चाहिए। रेड्डी ने कहा कि परिजनों का कहना है कि खोज गहराई में होनी चाहिए। कलेक्टर और प्रशासन के लोग कह रहे हैं कि गहराई में खोजना आसान नहीं है। उन्होंने कहा कि बांध का पानी बिना किसी चेतावनी या सायरन के जारी किया गया। बच्चे नदी में तब गए थे जब पानी कम था। पानी अचानक बढ़ गया और वे बह गए। हैदराबाद के वीएनआर विजयन ज्योति इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के करीब 60 विद्यार्थी और शिक्षक मनाली के भ्रमण पर आए थे और थलोट के नजदीक लारजी जलविद्युत परियोजना के जलाशय से रविवार को अचानक पानी छोड़े जाने के कारण आई बाढ़ में 25 व्यक्ति बह गए।

मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि हमने प्रभावित परिवारों को हरसंभव सहयोग मुहैया कराया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मंडी के डिवीजनल आयुक्त ने दुर्घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं और जिन नदी किनारों पर विद्युत परियोजनाएं बनाई गई हैं वहां के संवेदनशील स्थानों पर ‘तारबंदी’ की जाएगी। इन स्थानों पर चेतावनी सिग्नल वाले साइन बोर्ड लगाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि चेतावनी प्रणाली को और प्रभावी बनाया जाएगा और लोगों को अलार्म के बारे में सूचित किया जाएगा ताकि वे एहतियात बरत सकें और खतरा मोल लेने से बच सकें।

बचे हुए सभी लोगों और बचाव दल द्वारा बरामद पांच शवों को मंगलवार रात एयर इंडिया के विमान से हैदराबाद ले जाया गया। नागर विमानन मंत्री पुसापति अशोक गजपति राजू के साथ कुल्लू पहुंचे लापता छात्रों के परिजन यहीं रुके हुए हैं और उन्हें उम्मीद है कि शव बरामद कर लिए जाएंगे। (एजेंसी इनपुट के साथ)

First Published: Wednesday, June 11, 2014, 09:31

comments powered by Disqus