‘चाय पे चर्चा’ पर चुनाव अधिकारी की कार्रवाई पर बीजेपी ने खड़े किए सवाल

‘चाय पे चर्चा’ पर चुनाव अधिकारी की कार्रवाई पर बीजेपी ने खड़े किए सवाल

‘चाय पे चर्चा’ पर चुनाव अधिकारी की कार्रवाई पर बीजेपी ने खड़े किए सवाल ज़ी मीडिया ब्‍यूरो

बेंगलुरु : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने उत्तर प्रदेश में नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम ‘चाय पे चर्चा’ के दौरान मुफ्त में चाय देने पर प्रतिबंध लगाने और यहां आप नेता अरविंद केजरीवाल के ‘20 हजार रुपये प्रति व्यक्ति डिनर पार्टी’ पर रोक नहीं लगाने के चुनाव अधिकारियों के फैसले पर सवाल उठाए।

भाजपा प्रवक्ता मीनाक्षी लेखी ने यहां संवाददाताओं से कहा कि जब एक नई पार्टी 20 हजार रुपये प्रति प्लेट वाले रात्रिभोज की मेजबानी कर रही है और चुनाव आयोग इसे रोक नहीं रहा है तो पार्टी (भाजपा) पर सवाल खड़े करने पर मुझे निश्चित रूप से संदेह है। या तो दोनों पर प्रतिबंध लगना चाहिए या कुछ नहीं किया जाना चाहिए।

वहीं, निर्वाचन अधिकारियों ने उत्तर प्रदेश में लखीमपुर खीरी जिले में कुछ भाजपा नेताओं के खिलाफ ‘चाय पे चर्चा’ कार्यक्रम के दौरान मतदाताओं को कथित तौर पर प्रलोभन देने के मामले में प्रकरण दर्ज कर दिया है। पार्टी कार्यकर्ताओं को आचार संहिता का उल्लंघन करते हुए सार्वजनिक रूप से मुफ्त चाय बांटते पाया गया। वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि कुछ स्थानीय भाजपा नेताओं के खिलाफ आईपीसी के तहत लखीमपुर खीरी के मोहम्मदी में कोतवाली थाने में मामला दर्ज कर लिया गया है। सूत्रों के मुताबिक भाजपा नेताओं ने इलाके की चाय की एक दुकान पर 8 मार्च को ‘चाय पे चर्चा’ कार्यक्रम करने की अनुमति मांगी थी और राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने इसके लिए अनुमति दे दी थी।

उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी उमेश सिन्हा ने कहा कि आयोजन के लिए अनुमति दे दी गयी जिसे आदर्श आचार संहिता के प्रावधानों के मुताबिक होना चाहिए था। हालांकि चुनाव अधिकारियों को पता चला कि चर्चा में भाग लेने वाले लोगों को मुफ्त चाय बांटी गयी जो मतदाताओं को रिश्वत देने के समान है। (एजेंसी इनपुट के साथ)

First Published: Wednesday, March 12, 2014, 10:49

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