Last Updated: Wednesday, October 16, 2013, 09:29
ज़ी मीडिया ब्यूरोनई दिल्ली : अगले महीने दिल्ली में होने वाले विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी ने डॉ. हर्षवर्धन को पार्टी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर पेश करने का फैसला किया है। पार्टी ने यह फैसला उस एग्जिट पोल के बाद लिया है जिसमें कहा गया है कि अगर दिल्ली में मुख्य विपक्षी पार्टी विजय गोयल के नेतृत्व में उतरती है तो उसे सत्ता हासिल करने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।
भाजपा सूत्रों के मुताबिक पार्टी चुनाव में ऐसे नेता के साथ मैदान में उतरना चाहती है जिसकी छवि साफ सुथरी हो। हर्षवर्धन पर कोई आरोप नहीं हैं, इसलिए पार्टी ने उनके नेतृत्व में चुनाव लड़ने का फैसला लिया है। हालांकि, भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने अभी इस बात की पुष्टि नहीं की है। सूत्रों ने कहा कि विजय गोयल अभी पूरी तरह से मुख्यमंत्री पद की दौड़ से बाहर नहीं हुए हैं। वहीं, दिल्ली विधानसभा का पिछला चुनाव भाजपा ने विजय कुमार मल्होत्रा के नेतृत्व में लड़ा था।
हालांकि, पार्टी ने इस साल फरवरी में विजय गोयल को दिल्ली भाजपा का अध्यक्ष नियुक्त किया था, लेकिन उनके आठ महीने के कार्यकाल में पार्टी में आपसी मतभेद और गुटबाजी बढ़ गई थी। इससे कांग्रेस को आगामी चुनावों में फायदा होता दिख रहा था। बढ़ती गुटबाजी के चलते भाजपा का गोयल के साथ किया गया प्रयोग विफल होता नजर आ रहा था। इसलिए पार्टी को लगा की दिल्ली जैसे राज्य में उम्मीदवार की छवि मतदाताओं के बीच बहुत मायने रखती है।
हर्षवर्धन के नाम पर आगामी कुछ दिनों में पार्टी के केन्द्रीय नेता आधिकारिक तौर पर मुहर लगा देंगे। हालांकि, गोयल के समर्थक उन्हें हटाए जाने का लगातार विरोध कर रहे हैं, लेकिन पार्टी को लगता है कि पिछले 15 साल से सत्ता पर काबिज शीला दीक्षित को हटाना है तो गोयल की कुर्बानी देनी ही पड़ेगी।
First Published: Wednesday, October 16, 2013, 09:29