चाय पे चर्चा : मोदी बोले- महिला सुरक्षा के लिए इरादा और नीयत की जरूरत

चाय पे चर्चा : मोदी बोले- महिला सुरक्षा के लिए इरादा और नीयत की जरूरत

चाय पे चर्चा : मोदी बोले- महिला सुरक्षा के लिए इरादा और नीयत की जरूरतज़ी मीडिया ब्यूरो

नई दिल्ली : भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि महिलाओं के साथ भेद-भाव की मूल जड़ में यह है कि हमारे अपने परिवार में ही लड़के और लड़की के बीच भेद-भाव वाला व्यवहार किया जाता है। महिलाओं को अपने कैरियर, शिक्षा, विवाह और परिवार आदि के बारे में चुनने की आजादी होनी चाहिए।

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर यहां भाजपा मुख्यालय से इंटरनेट के जरिए देश भर में पार्टी द्वारा 1500 स्थानों से जुड़े ‘नमो के साथ चाय पर चर्चा’ कार्यक्रम के तहत लोगों से मुखातिब होते हुए उन्होंने कहा कि महिलाओं के उत्थान और उन्हें बराबरी देने के लिए हमें समाज के नजरिए को बदलना होगा। लोकसभा चुनावों में प्रचार के लिए भाजपा ‘नमो के साथ चाय चौपाल’ कार्यक्रम चला रही है। आज इस कार्यक्रम का दूसरा दौर था।

कार्यक्रम में पुरूषों की संख्या अधिक होने पर उन्होंने कहा, मैं अपने सामने बहुत सारे पुरूषों को देख रहा हूं। मुझे उम्मीद थी कि कम से कम आज तो अधिक महिलाएं होंगी। उन्होंने कहा, हम इस बात से इंकार नहीं कर सकते कि राष्ट्र-निर्माण में महिलाएं महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। ..महिलाओं को अपने करियर, शिक्षा, विवाह और परिवार आदि के बारे में चुनने की आजादी होनी चाहिए। महिलाओं के साथ भेद-भाव सभी समस्याओं की जड़ है।

महिलाओं की सुरक्षा के सुनिश्चित करने में खास कुछ नहीं करने के लिए संप्रग सरकार की आलोचना करते हुए मोदी ने कहा, केन्द्र ने 1000 करोड़ रूपयों का निर्भया कोष गठित किया है, लेकिन मुझे मालूम हुआ है कि इसमें से एक पैसा भी खर्च नहीं किया गया है। भाजपा नेता ने कहा कि महिलाओं के सशक्तिकरण में उनकी आर्थिक आजादी बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

महिलाओं की सुरक्षा के संबंध में उन्होंने कहा कि हमारे यहां हर बात के लिए कानून हैं। लेकिन यह अपने आप में काफी नहीं है। महिलाओं के खिलाफ अपराध करने वालों के मन में भय पैदा करने के लिए हमें न्याय दिलाने में तीव्रता लानी होगी।
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-महिला सुरक्षा पर मोदी ने कहा कि हर समस्या का समाधान होता है। महिला सुरक्षा के लिए इरादा और नीयत की जरूरत है। राजनीति में महिलाओं की ताकत और कानूनी क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी बढ़ानी होगी।

-महिलाओं को अपना करियर चुनने, शादी करने, संतान पैदा करने के बारे में आजादी मिलनी चाहिए। उन्हें आत्मनिर्भर बनाना होगा। विकास के लिए महिलाओं की जागृति जरूरी है। बेटे और बेटी में भेदभाव मिटाना होगा। बेटियों को भेदभाव मुक्त रखना होगा। महिलाएं चाहें तो वोट बैंक की राजनीति खत्म हो सकती है। महिला शिक्षा से दो पीढ़ियों का फायदा होगा। स्कूलों में छात्राओं के लिए टॉयलेट जरूरी। बेटी को जन्म लेने की स्वतंत्रता मिलनी चाहिए। बेटियों को शिक्षा दिलाना जरूरी।

-अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर नई दिल्ली स्थित भाजपा पार्टी मुख्यालय पर आयोजित अपनी `चाय चौपाल` के जरिए महिलाओं को संबोधित करते हुए भारतीय जनता पार्टी के पीएम पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि महिलाओं को होम-मेकर से नेशन-मेकर बनाना होगा।

First Published: Saturday, March 8, 2014, 18:21

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