Last Updated: Saturday, October 12, 2013, 12:57

नई दिल्ली: आंध्र प्रदेश के विभाजन पर अपने रुख को स्पष्ट करते हुए तेलगू देशम पार्टी के प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि वह तेलंगाना को अलग राज्य बनाने के पक्ष है। नायडू ने अपने अनशन के पांचवें दिन शुक्रवार को एक न्यूज चैनल से कहा कि हम सीमांध्रा के साथ भी न्याय चाहते हैं।
टीडीपी प्रमुख ने कहा, आप हर किसी को न्याय पहुंचाए बिना राज्य को विभाजित नहीं कर सकते हैं। उन्होंने, अक्टूबर 2008 में टीडीपी के पोलित ब्यूरो द्वारा पारित प्रस्ताव को अपने समर्थन की पुष्टि की है। जिसमें कहा गया है, क्षेत्र के लोगों की भावनाओं के सम्मान करते हुए, तेलुगू देशम तेलंगाना को अलग राज्य का दर्जा के लिए मांग का समर्थन करता है।
नायडू बाद में शुक्रवार को आंध्र भवन में अपने अनशन स्थल से राम मनोहर लोहिया अस्पताल में ले जाए गए, लेकिन उन्होंने इंटरावेनस ड्रिप लगवाने से इनकार कर दिया है। वह अपना अनशन जारी रखना चाहते हैं। राममनोहर लोहिया अस्पताल में एक कार्डियोलाजिस्ट, दो फिजीशियन एवं चार रेजीडेंट डाक्टरों का एक दल 63 वर्षीय नायडू की स्थिति पर नजर रख रहे हैं। नायडू आंध्र प्रदेश को विभाजित करने के विरोध में अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठे हैं।
चिकित्सकों ने कहा कि उनके स्वास्थ्य मानक सामान्यत स्तर पर है। लेकिन उनमें मामूली रूप से निर्जलीकरण पाया और उनके मूत्र में कीटोन 3प्लस था। अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डा. एच के कार ने बताया, ‘कीटोन 3प्लस संकेत करता है कि शरीर संरक्षित अंतिम कैलोरीज से ताकत ग्रहण कर रहा है। हम उन्हें इंटरावेनस डीएनएस एवं विटामिन देने का प्रयास करते करते थक गये हैं लेकिन वह इससे इंकार कर रहे हैं। वह अपना अनशन जारी रखे हुए हैं।’ कार ने कहा कि उनका रक्तचाप 150/70, नब्ज 100 से अधिक, रक्त शक्कर 85, कीटोन 3प्लस है तथा उन्हें मामूली सा निर्जलीकरण है।
First Published: Saturday, October 12, 2013, 12:54