Last Updated: Monday, January 13, 2014, 22:50

नई दिल्ली : नरेन्द्र मोदी की ‘जयंती टैक्स’ वाली टिप्पणी को लेकर भाजपा और कांग्रेस के बीच वाकयुद्ध छिड़ गया है। कांग्रेस ने इसे जासूसी प्रकरण से जोड़ा और सवाल किया कि क्या गुजरात के मुख्यमंत्री को अपनी कैबिनेट में दागी मंत्री रखने के लिए धन मिला था।
उधर, भाजपा ने अपने प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी द्वारा पूर्व पर्यावरण एवं वन मंत्री के खिलाफ की गयी टिप्पणी का बचाव करते हुए कहा कि इस बात को मानने की वजह हैं कि जयंती ने परस्पर हितों के लिए हजारों करोड रुपए की परियोजनाओं को रोक कर रखा।
कांग्रेस प्रवक्ता राज बब्बर ने यहां संवाददाताओं से कहा कि जब आप दूसरे पर एक उंगली उठाएंगे तो आपके उपर भी तीन उंगलियां उठेंगी। गुजरात के मुख्यमंत्री जब किसी कर की बात करते हैं, तो उन्हें जवाब देना चाहिए कि जब अदालत से सजा पाये बाबू बोखीरिया को उन्होंने मंत्री बनाये रखा तो उन्हें कौन सा कर मिला था।
बब्बर ने कहा कि मोदी को बताना चाहिए कि जब उन्होंने 300 करोड़ रुपए का घोटाला करने वाले पुरूषोत्तम दास सोलंकी को मंत्री बनाया था, तो उन्हें कौन सा कर मिला था।
मोदी ने जयंती द्वारा जासूसी प्रकरण की बात करने के बाद ही ऐसी टिप्पणी की है। उधर, भाजपा ने कांग्रेस से जानना चाहा कि जब जयंती नटराजन के तहत पर्यावरण मंत्रालय ने महत्वपूर्ण परियोजनाओं को रोका, तो वह उग्र क्यों नहीं हुई।
भाजपा प्रवक्ता निर्मला सीतारमण ने मोदी की टिप्पणी का बचाव करते हुए कहा कि भाजपा द्वारा यह मुद्दा उठाने की वजह हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि जयंती के समय पर्यावरण एवं वन मंत्रालय पर्यावरण संरक्षण और विकास बाधित नहीं हो, इनके बीच संतुलन कायम करने में विफल रहा। (एजेंसी)
First Published: Monday, January 13, 2014, 22:50