Last Updated: Saturday, October 12, 2013, 23:44

गोपालपुर (ओडिशा)/श्रीकरकाकुलम (आंध्र प्रदेश) : 1999 के खतरनाक महाचक्रवात के बाद अब तक का दूसरा सबसे भीषण चक्रवाती तूफान ‘फैलिन’ शनिवार रात ओडिशा के तट पर आ पहुंचा, जिसकी वजह से राज्य और निकटवर्ती उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश में मूसलाधार बारिश हुई और 200 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलीं।
ओडिशा के तटीय जिलों, खासतौर से गंजाम, जहां का गोपालपुर-आन-सी तूफान का प्रवेश बिंदु था, में चारों तरफ अंधकार था, तूफान के वेग के कारण पेड़ और बिजली के खंबे उखड़ गए। भारी बारिश के कारण लोग घरों के भीतर रहे और सड़कों पर वाहन रुक गए।
राजधानी भुवनेश्वर के अलावा राज्य के तटीय जिलों गजपति, खुर्दा, पुरी, जगतसिंहपुर, नयागढ़, कटक, भद्रक और केन्द्रपाड़ा में भारी से बहुत भारी बारिश हुई।
हालांकि चक्रवात से हुए नुकसान के बारे में अभी मालूम नहीं हो सका। तूफान से पहले हुई भारी बारिश से ओडिशा में पांच लोगों की मौत हो गई है । इनमें से एक महिला सहित तीन लोगों की मौत पेड़ गिरने के कारण हुई।
मौसम विभाग के महानिदेशक एल. एस. राठौर ने नई दिल्ली में संवाददाताओं को बताया कि चक्रवात ने गोपालपुर कस्बे के बहुत नजदीक रात नौ बजे के करीब दस्तक दी और ओडिश्सा के तट को पार करना शुरू कर दिया।
उन्होंने कहा, ‘‘अभी चक्रवात की रफ्तार बढ़ने की आशंका बनी हुई है और यह छह घंटे तक बहुत भीषण रह सकता है। तटीय इलाके में पहुंचने के बाद भी इसके वेग में कोई ज्यादा कमी नहीं आने वाली।’’ उन्होंने बताया कि चक्रवात के कारण अगले 12 से 24 घंटे में पूर्वी भारत के बड़े भूभाग में मध्यम बारिश हो सकती है।
उन्होंने इस बात से इंकार किया कि ‘फेलिन’ एक महाचक्रवात है। चक्रवात के कारण करीब छह लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। इनमें ओडिशा के साढ़े चार और आंध्र प्रदेश के एक लाख से अधिक लोग शामिल हैं।
आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम, विजयनगरम और विशाखापतनम जिलों के निचले इलाकों में रहने वाले 1,29,100 लोगों को 115 राहत शिविरों में पहुंचाया गया है।
आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री एन. किरण कुमार रेड्डी ने शनिवार देर रात चक्रवात फैलिन की समीक्षा की और उत्तर तटीय जिले के पूरी सरकारी मशीनरी को हाई अलर्ट कर दिया है। मौसम विभाग के अधिकारियों ने बताया कि चक्रवात का केन्द्र 15 किलोमीटर में फैला हुआ है और इसकी प्रबलता रविवार की सुबह तक बने रहने की आशंका है।
भारतीय मौसम विभाग के महानिदेशक एल. एस. राठौड ने बताया कि कलिंगपट्म से पारादीप के बीच के इलाके को सबसे ज्यादा क्षति पहुंचेगी और गोपालपुर इसका केन्द्र होगा।
उन्होंने कहा, ‘‘बहुत गंभीर चक्रवातीय तूफान छह घंटे के बाद पहले चक्रवातीय तूफान में बदलेगा और फिर गहरे दबाव का क्षेत्र बनेगा।’’ सेना, भारतीय वायुसेना, नौसेना, सीआरपीएफ और राष्ट्रीय आपदा कार्रवाई बल आपदा से प्रभावित होने वाले क्षेत्रों में तैनात हैं।
चक्रवात के कारण हावड़ा और विशाखापतनम के बीच चलने वाली सभी रेलगाड़ियां रद्द कर दी गई हैं। ओडिशा के तटीय इलाकों और आंध्र प्रदेश के तीन तटीय जिलों में एहतियात के तौर पर बिजली आपूर्ति रोक दी गई है।
‘फैलिन’ की वजह से विमान और रेल यातायात प्रभावित हुआ है और राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात रोक दिया गया है। एयर इंडिया, इंडिगो और जेट एयरवेज की भुवनेश्वर आने अथवा जाने वाली कम से कम 10 उड़ानों को रद्द कर दिया गया है। बीजू पटनायक अन्तरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के निदेशक सरद कुमार ने यह जानकारी दी। (एजेंसी)
First Published: Saturday, October 12, 2013, 23:44