Last Updated: Saturday, October 12, 2013, 16:41
ज़ी मीडिया ब्यूरोभुवनेश्वर/हैदराबाद/नई दिल्लीः चक्रवाती महातूफान `फैलिन` भारत में आज महातबाही मचा सकता है। भारतीय मौसम विभाग ने बताया कि यह तूफान आज शाम करीब छह बजे तक भारतीय समुद्री तट पर दस्तक देगा। यह तूफान उड़ीसा और आंध्रप्रदेश के तटीय इलाकों में तांडव करेगा। 14 साल बाद भारत पर बड़े तूफान का खतरा मंडरा रहा है। इस तूफान से करीब सवा करोड़ लोग प्रभावित होंगे।
फैलिन चक्रवात के आज शाम ओडिशा में पहुंचने से पहले राज्य के तटीय इलाकों में आज तेज बारिश हुई और अधिकारियों ने संभावित खतरे के मद्देनजर 4.46 लाख लोगों को राज्य में सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया है। रेलवे ने एहतियात के तौर पर हावड़ा और विशाखापत्तनम के बीच सभी ट्रेनों को रद्द कर दिया है। ओडिशा के तटीय इलाके में आज तेज हवाओं के साथ आई भारी बारिश में एक महिला पर एक पेड़ गिर जाने से उसकी मौत हो गई। इसके अलावा 18 मछुआरे पारादीप के निकट मछली पकड़ने वाले एक जहाज में फंस गए।
भारतीय मौसम विभाग ने बताया कि फैलिन चक्रवाती तूफान तट के करीब आ रहा है और इस समय यह गोपालपुर तट से मात्र 150 किलोमीटर दूर स्थित है जिसके तूफान का केंद्र होने की संभावना है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के ताजा बुलेटिन में कहा गया है, चक्रवात पश्चिमोत्तर की ओर बढ़ेगा और गोपालपुर (ओडिशा) के निकट कलिंगपट्टनम तथा पारादीप के बीच उत्तर आंध्र प्रदेश और ओडिशा तटों को शाम तक बहुत भयानक चक्रवाती तूफान के रूप में 210 से 220 किलोमीटर प्रति घंटे की अधिकतम रफ्तार की हवाओं के साथ पार करेगा।
मौसम विभाग ने बताया कि तूफान फैलिन अभी गोपालपुर से 200 किलोमीटर दूर है, शाम 6 बजे से आठ बजे के बीच भारतीय तट पर आएगा। तूफान का असर 6 घंटे तक रहेगा। तूफान का औसत रफ्तार 15 किलोमीटर प्रति घंटा है। लेकिन भारतीय तटवर्ती सीमाओं में 220 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार होगी। आंघ्र, ओडिशा, बिहार, झारखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश समेत सात राज्यों और 50 शहरों में तूफान का असर रहेगा, तूफान शाम 6 बजे से आठ बजे के बीच आएगा।
ओडिशा और आंध्र प्रदेश तट की ओर बढ़ रहा और बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना यह चक्रवाती तूफान और शक्तिशाली हो गया है। भुवनेश्वर के मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक ने बताया कि तूफान थोड़ा तीव्र होकर बंगाल की खाड़ी के मध्य पूर्व से पश्चिम की ओर बढ़ गया है। यह जगतसिंहपुर जिले में पारादीप के दक्षिण-दक्षिणपूर्व और गंजम जिले के गोपालपुर में दक्षिणपूर्व में बना हुआ है। उन्होंने बताया कि 205 से 215 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से चलने वाले तेज चक्रवाती हवाएं पश्चिमोत्तर में बढ़ेंगी और गोपालपुर (ओडिशा) के करीब कलिंगपटनम और पारादीप के बीच उत्तरी आंध्रप्रदेश और ओडिशा तट को शनिवार शाम तक पार करेंगी।
राज्य सरकार ने बताया कि राज्य के दक्षिणी तटीय जिलों में अधिक नुकसान की आशंका के चलते आपदा से निपटने के लिए पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने पत्रकारों से कहा, आसन्न चक्रवात को लेकर कई समीक्षाएं की गई हैं। सरकार पूरी तरह से तैयार है।
मौसम विभाग कार्यालय ने एक विज्ञप्ति में कहा कि अगले दो दिनों में राज्य के अधिकांश इलाकों में भारी बारिश की संभावना है। जबकि कुछ इलाकों में मूसलाधार वर्षा होगी। शुक्रवार को राज्य के तट से दूर के इलाकों में तूफानी हवाओं की गति 45-55 किलोमीटर प्रतिघंटा हो गई। यह दक्षिण ओडिशा के तट से दूरस्थ जिलों में हवाओं की गति को 205-215 किलोमीटर प्रतिघंटा कर देगा। राज्य सरकार ने चक्रवात के खतरे वाले 14 जिलों के अधिकारियों को स्थितियों से निपटने के लिए तैयार रहने के लिए सतर्क कर दिया है।
ओडिशा के स्वास्थ्य विभाग ने आसन्न खतरे को देखते हुए सभी डॉक्टरों की छुट्टियां निरस्त कर दी हैं। राज्य सरकार ने ‘कोई भी क्षति नहीं होने’ का लक्ष्य तय किया है और सात तटीय जिलों से लोगों को जल्दी से जल्दी निकाले जाने का आदेश दिया है। पूर्वी तटीय रेलवे ने कल हावड़ा-चेन्नई मुख्य मार्ग पर विशाखापत्तनम और भद्रक के बीच करीब 24 यात्री ट्रेनों के आवागमन को दुरस्त करने या उन्हें निरस्त करने की योजना बनाई है।
तेज हवाओं और भारी बारिश के कारण जिन लोगों को अपने ठिकानों को छोड़ना पड़ सकता है, उनके लिए आपातकालीन खाद्य आपूर्ति और आश्रय की व्यवस्था की जा रही है। आपदा प्रबंधन दल भी तैयार रहेंगे। वायु सेना ने अपने दो सी 130जे विमानों, 18 हेलीकॉप्टरों, 2 एएन-32 विमानों को संक्षिप्त नोटिस पर तैयार रहने के लिए कहा है वहीं पूर्वी वायु कमान से बैरकपुर में तैनात कार्यबल के साथ राहत अभियान में समन्वय करने को कहा है। इस बीच ओडिशा सरकार ने इस संबंध में सूचना उपलब्ध कराने के लिए नियंत्रण कक्ष स्थापित किये हैं।
सूत्रों के मुताबिक ओडिशा केंद्रीय नियंत्रण कक्ष का हेल्पलाइन नंबर 0674-2534177 है। इसके अलावा मयूरभंज, जाजपुर, गजपति, ढेंकानल, खुर्दा, क्योंझर, कटक, गंजाम, पुरी, केंद्रपाड़ा, जगतसिंहपुर, बालेश्वर और भद्रक जिलों के लिए भी हेल्पलाइन शुरू की गई हैं। `फेलिन` को पहले ही अति गंभीर चक्रवातीय तूफान घोषित कर दिया गया है। पारादीप बंदरगाह पर कामकाज रोक दिया गया है और हजारों कर्मचारियों ने शहर छोड़ना शुरू कर दिया है। केंद्र ने ओड़िशा और आंध्र प्रदेश को संभवत: शनिवार को अपनी चपेट में लेने के लिए आ रहे चक्रवात ‘फैलिन’ से पैदा होने वाले किसी भी तरह के हालात से निपटने के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) के 1,600 से ज्यादा जवानों को दोनों राज्यों में तैनात किया है ।
रक्षामंत्री एके एंटनी ने भीषण चक्रवात ‘फेलिन’ के संकट के मद्देनजर सशस्त्र बलों को हाई अलर्ट रहने तथा ओडिशा और आंध्र प्रदेश में हरसंभव मदद करने के लिए तैयार रहने को कहा। भारतीय वायु सेना ने आईएल- 76, सी-130जे सुपर हरक्युलिस और एंतोनवी-32 तथा 18 हेलीकॉप्टरों समेत 24 विमानों को तैनात किया है।
रक्षा मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि रक्षा मंत्री ने सशस्त्र बलों को हाई अलर्ट रहने का निर्देश दिया है और उनसे जरूरत पड़ने पर राहत अभियानों में मदद के लिहाज से तैयार रहने को कहा है। एंटनी ने रक्षा सचिव आर के माथुर से इस विषय पर बातचीत की और प्रभावित क्षेत्रों में राहत प्रदान करने में सशस्त्र बलों द्वारा उठाये जाने वाले सभी कदमों के बारे में उन्हें जानकारी दी गयी। विशाखापत्तनम स्थित पूर्वी नौसेनिक कमान ने भारतीय नौसेना के अनेक गोताखोर दलों को कई महत्वपूर्ण केंद्रों पर तैयार रखा है जिन्हें संक्षिप्त नोटिस पर सेवा में लगाया जा सकता है।
ओडिशा के अधिकारियों के मुताबिक `फैलिन` तूफान की रफ्तार 1999 में आए चक्रवाती तूफान से ज्यादा है। 1999 में चक्रवाती तूफान से 15 हजार लोग मारे गए थे। विशेषज्ञों के मुताबिक शनिवार को जब तूफान आंध्र प्रदेश और ओडिशा में दस्तक देगा तब हवा की गति 205 से 215 किलोमीटर प्रतिघंटा रह सकती है। आंध्र का श्रीकाकुलम तूफान से सबसे ज्यादा प्रभावित हो सकता है।
ओडिशा के आपदा प्रबंधन मंत्री सूर्य नारायण पात्रा ने कहा कि हम प्रकृति के खिलाफ लड़ रहे हैं। इस बार हमने अच्छी तैयारियां की है। हमने 1999 से बहुत सीख ली है। उन्होंने कहा कि हमारी प्राथमिकता लोगों की जान बचाना है। तूफान प्रभावित इलाकों के लिए हमने हेलीकॉप्टर और खाना तैयार रखा है।
First Published: Saturday, October 12, 2013, 09:30