Last Updated: Sunday, January 26, 2014, 22:43
नई दिल्ली : बिहार में ‘चुनाव पूर्व धर्मनिरपेक्ष गठबंधन’ के प्रयास के तहत कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने आज लोक जनशक्ति पार्टी के प्रमुख रामविलास पासवान से आज मुलाकात की। बैठक का महत्व इसलिए है कि समझा जा रहा था कि पासवान जद यू के करीब जा रहे हैं लेकिन वह लगातार कह रहे थे कि कांग्रेस के साथ पार्टी का गठबंधन निश्चित है लेकिन इसमें राजद को शामिल करना है या जद यू को यह निर्णय कांग्रेस को लेना है।
कांग्रेस, लोजपा और राजद 2004 के लोकसभा चुनावों में साथ लड़े थे और बिहार में 40 संसदीय सीटों में से 29 पर जीत दर्ज की थी। बहरहाल 2009 के लोकसभा चुनावों में गठबंधन टूट गया जब राजद ने कांग्रेस को केवल तीन सीट देने का निर्णय किया। इस निर्णय पर प्रसाद अब भी पछताते हैं।
बिहार में इस गठबंधन के टूटने और भाजपा एवं जद यू के गत लोकसभा चुनाव साथ लड़ने से तीनों दलों कांग्रेस, लोजपा और राजद को नुकसान हुआ था। लोजपा को जहां एक भी सीट पर जीत नसीब नहीं हुई और पार्टी प्रमुख पासवान हाजीपुर से चुनाव हार गए वहीं राजद को केवल चार और कांग्रेस को दो सीटें मिल पाईं। कांग्रेस में एक महत्वपूर्ण धड़े का मानना है कि तीनों दलों का गठबंधन नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाले भाजपा के खिलाफ आम चुनावों में कड़ी चुनौती पेश कर सकेगा। (एजेंसी)
First Published: Sunday, January 26, 2014, 22:43