Last Updated: Thursday, December 19, 2013, 21:58
नई दिल्ली : भारत ने भारतीय राजनयिक देवयानी खोबरागड़े की गिरफ्तारी को जायज ठहराने वाले अमेरिकी अटॉर्नी प्रीत भरारा पर गुरुवार को पलटवार करते हुए उन पर भारतीय कानून व्यवस्था में हस्तक्षेप करने का आरोप लगाया और जोर दिया कि राजनयिक की गिरफ्तारी राजनयिक छूट के बारे में विएना संधि के अनुरूप नहीं थी।
विदेश मामलों के प्रवक्ता ने कहा कि एक ऐसी कार्रवाई, जो नहीं होनी चाहिए थी, के बाद उसे जायज ठहराने के वास्ते बयान देने पर अमेरिकी अटॉर्नी की निंदा की। प्रवक्ता ने कहा कि खोबरागड़े के प्रति कोई विनम्रता नहीं दिखायी गई, जो इस मामले में एकमात्र ‘पीड़ित’ हैं। उन्होंने कहा कि भारत में कानूनी प्रक्रिया स्वीकार करने के बावजूद बयान में केवल इस बारे में उल्लेख किया गया कि फरार नौकरानी संगीता रिचर्ड के परिवार को निकालना क्यों जरूरी हो गया था, ऐसा करके भारतीय कानूनी प्रणाली, उसके प्रवर्तन अधिकारियों और इस जिम्मेदारियों के बारे ‘‘परोक्ष टिप्पणी’’ की गई है कि एक विदेशी सरकार के कानूनी अधिकारी अन्य देश के नागरिकों के बारे में झूठा दावा कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हमें इस तथ्य को ध्यान में रखना चाहिए कि इस मामले में एकमात्र पीड़ित देवयानी खोबरागड़े हैं जो कि अमेरिका स्थित भारतीय दूतावास में भारतीय राजनयिक हैं। प्रवक्ता ने कहा कि उनके खिलाफ की गई कार्रवाई विएना संधि के अनुरूप नहीं थी। उनके साथ किए गए बर्ताव में कोई शिष्टाचार नहीं था जो कि एक राजनयिक को मिलना चाहिए। (एजेंसी)
First Published: Thursday, December 19, 2013, 21:58