शिक्षा से होगा गिरते मूल्यों की समस्या का समाधान: अंसारी

शिक्षा से होगा गिरते मूल्यों की समस्या का समाधान: अंसारी

चेन्नई : उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने पहचान आधारित संघर्षों और आतंकवाद की वजह से समाज में गिरते मूल्यों की समस्या पर चिंता व्यक्त करते हुए आज कहा कि छात्रों में ज्ञान, विवेक और इच्छाशक्ति का गुण पैदा किया जाना चाहिए। उन्होंने यहां एक कॉलेज के समारोह में कहा कि आम धारणा यह है कि हमारे समाज में आवश्यक सामाजिक, नैतिक और आध्यात्मिक मूल्यों का हृास हो रहा है और इसका एक कारण यह हो सकता है कि हमारी शिक्षा प्रणाली में व्यावहारिक ज्ञान पर ज्यादा ध्यान केंद्रित नहीं किया जाता।

उन्होंने कहा, समाज में गिर रहे मूल्यों की समस्या, हालांकि, बहु आयामी है, जो भूमंडलीकरण, भौतिकवाद, उपभोक्तावाद, शिक्षा के व्यावसायीकरण, जलवायु परिवर्तन की वजह से मानवता को खतरे, विचारधारा या पहचान आधारित संघषरें और आतंकवाद जैसे कारकों से पैदा हो रही है।

मद्रास क्रिश्चियन कालेज के 175 वर्ष पूरे होने के मौके पर आयोजित समारोह में अपने संबोधन में अंसारी ने कहा कि इससे व्यक्तिगत या सामूहिक असुरक्षाएं, व्यक्तिगत जीवनशैलियां, अत्यधिक लालच और अन्य नकारात्मक परिणाम पैदा हुए हैं। उन्होंने कहा कि मूल्यों में गिरावट के कुछ कारण हमारे नियंत्रण से बाहर हो सकते हैं, हमारे हाथ में इसका एक हल शिक्षा प्रणाली है। इसके लिए जरूरी है कि छात्रों में विवेक, अंतरात्मा और इच्छाशक्ति के तीन गुणों को विकसित किया जाए और इससे उनमें नैतिक भाव फिर से स्थापित हो।

उन्होंने कहा कि मूल्य आधारित शिक्षा को केवल संकल्पनाओं तक सीमित नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि सामाजिक एवं सांस्कृतिक यथार्थ और बदलावों पर गौर करने के लिए इसका उपयोग ‘व्यावहारिक तंत्र’ के तौर पर होना चाहिए। अंसारी ने कहा कि 21वीं सदी में, शिक्षा आधुनिक अर्थव्यवस्था, अच्छे समाज और अच्छी राजव्यवस्था के विकास के लिए महत्वपूर्ण औजार है। (एजेंसी)

First Published: Wednesday, November 13, 2013, 18:49

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