Last Updated: Saturday, December 7, 2013, 21:39
नई दिल्ली : आंध्र प्रदेश के बंटवारे के खिलाफ सीमांध्र क्षेत्र में हो रहे प्रदर्शनों के बीच केन्द्र ने आज राज्य में राजनीतिक दलों से अपील की कि वे कोई खतरनाक बयान न दें और विभाजन की प्रक्रिया सुचारू रूप से सुनिश्चित करने में सहयोग करें।
ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश ने कहा कि जब तक राजनीतिक दल लोगों को बांटने की बजाय एकजुट नहीं करते, विभाजन की प्रकिया काफी दु:खदायी होगी। तेलंगाना मसौदा विधेयक तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले रमेश ने कहा कि विधेयक यह सुनिश्चित करने का प्रावधान करता है कि विभाजन सुचारू और समान रूप से हो।
उन्होंने कहा कि यदि राजनीतिक दल राजनीतिक बयानबाजी करेंगे और ‘मेरी राय में’ अगर राजनीतिक दल खतरनाक बयान देते हैं तो कोई भी विधेयक जनता में विश्वास का संचार नहीं कर पायेगा। रमेश आंध्र प्रदेश से ही राज्यसभा के सदस्य हैं। उनका बयान इन खबरों के बीच आया है कि उनके पार्टी सहयोगी और राज्य के मुख्यमंत्री एन किरन कुमार रेड्डी ने विभाजन के कदम के खिलाफ कांग्रेस में बगावत का संकेत दिया है।
रमेश ने कहा कि राजनीतिक प्रक्रिया अत्यंत महत्वपूर्ण है। दुर्भाग्य से कुछ नेताओं ने जो बयान दिये हैं, उनसे काफी भय और अनिश्चितता फैली है और ‘मैं महसूस करता हूं कि अब प्राथमिकता आंध्र प्रदेश विधानसभा में विधेयक पर चर्चा की होनी चाहिए और फिर विधेयक संसद में आएगा।’ केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने 10 जिलों वाले पृथक तेलंगाना राज्य के गठन का प्रस्ताव बीते गुरूवार पारित किया था। (एजेंसी)
First Published: Saturday, December 7, 2013, 21:39