Last Updated: Sunday, October 13, 2013, 20:04
नई दिल्ली: भारतीय मौसम विभाग की बात सही साबित हुई जिसमें उसने कुछ अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों के विपरीत कहा था कि फैलिन ‘महाचक्रवात’ नहीं होगा। उसने कहा कि उसका मूल्यांकन कमोबेश सटीक साबित हुआ।
भारतीय मौसम विभाग के प्रमुख एल एस राठौर ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘राष्ट्रीय मौसम विभाग होने के नाते जिस तरह से अन्य एजेंसियां करती हैं उस तरीके से हम पूर्वानुमान नहीं व्यक्त कर सकते क्योंकि इससे अफरा-तफरी मच जाएगी। हम अपने रख पर कायम रहे और मीडिया से कहा जो हम शुरुआत से कहते आ रहे हैं। हमारा पूर्वानुमान कमोबेश सटीक साबित हुआ।’ अमेरिका के संयुक्त टाइफून चेतावनी केंद्र और ब्रिटेन के मौसम कार्यालय ने फैलिन को ‘महाचक्रवात’ बताते हुए चेतावनी दी थी कि यह प्रचंड होगा।
एक जाने माने अमेरिकी मौसम विज्ञानी एरिक होलथॉस ने शुक्रवार को कहा था कि भारतीय मौसम विभाग संभावित हवाओं और इससे उठने वाली लहरों को कम करके आंक रहा है। उन्होंने अनुमान जताया था कि यह पांचवीं श्रेणी (सर्वाधिक शक्तिशाली) का तूफान होगा।
मौसम विभाग ने कहा था कि फैलिन ‘बेहद प्रचंड’ होगा लेकिन उसने इसे ‘महाचक्रवात’ बताने से इंकार कर दिया था। आईएमडी के पूर्वानुमानों की विश्वसनीयता पर अक्सर सवाल खड़े किए जाते हैं। वह देश के पूर्वी तट शनिवार रात पहुंचा था। मौसम विभाग ने लगातार कहा कि तूफान तकरीबन 220 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आएगा जो ‘महाचक्रवात’ की श्रेणी से एक पायदान नीचे है।
यह पूछे जाने पर कि फैलिन के लिए क्या उसके पूर्वानुमान की पुष्टि हुई तो राठौर ने वहां एकत्र मीडिया से कहा कि इसका फैसला उन्हें करना है। राठौर ने कहा, ‘‘वे लगातार चेतावनी जारी कर रहे हैं। हम उनका खंडन कर रहे हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘बस यही हम कहना चाहते हैं।’’ हालांकि, उन्होंने कहा कि हमेशा अलग राय रही है। राठौर ने कहा, ‘‘एक वैज्ञानिक के तौर पर हमारी अपनी राय है और हम उसपर कायम रहे।’’ उन्होंने चक्रवात का सटीक पूर्वानुमान जताने के लिए अपने विभाग की पीठ थपथपाई। उन्होंने कहा कि अनुमान काफी सही रहा।
उन्होंने चक्रवात के अनुमानित और वास्तविक रास्ते का मानचित्र दिखाते हुए कहा, ‘‘हमने तीव्रता और बारिश के बारे में सही पूर्वानुमान व्यक्त किया।’’ (एजेंसी)
First Published: Sunday, October 13, 2013, 20:04