Last Updated: Sunday, February 9, 2014, 12:32
बिहार, झारखंड, असम, ओडिशा और मध्यप्रदेश जैसे राज्यों की 10 प्रतिशत से भी कम आबादी को पाइप के जरिए नलों से जल आपूर्ति उपलब्ध है जबकि आजादी के बाद से ग्रामीण बसावटों को सुरक्षित और पर्याप्त पेयजल देने के उद्देश्य से 1,65,000 करोड़ रूपयों से अधिक खर्च किए जा चुके हैं।