Last Updated: Sunday, February 2, 2014, 16:31
नई दिल्ली : पिछले साल अपने पूर्वी तटीय इलाके में पांच चक्रवात झेल चुका भारत अब इस तरह की आपदाओं की बेहतर भविष्यवाणी के लिए उंचाइयों पर हवा के रूख के अध्ययन के लिए नासा का एक विमान खरीदने की योजना बना रहा है जो एक प्रयोगशाला से लैस होगा।
पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के सचिव शैलेश नाईक ने बताया, हम नासा से मैक्डोनेल डगलस डीसी-8 विमान खरीद रहे हैं और हमें उम्मीद है कि यह 2015-16 तक मिल जाएगा। विमान में एक प्रयोगशाला है और यह हवाओं के रूख को समझने में सहायक होगा। उन्होंने कहा कि देश में, खासकर बंगाल की खाड़ी में मौसम के रूख के अनुसंधान के लिए सरकार ने अमेरिका की मैसाचुसेट्स यूनिवर्सिटी के साथ भी समझौता किया है।
पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के एक वैज्ञानिक ने कहा, विमान उंचाइयों, खासकर हवाओं के स्वरूप का डाटा उपलब्ध कराने और खुद विमान के भीतर ही प्रयोग करने में मदद करेगा। इस विमान का काफी महत्व है क्योंकि देश पिछले साल पूर्वी तट पर फैलिन जैसे चक्रवात देख चुका है। नासा डीसी-8 विमान का इस्तेमाल उड़न विज्ञान प्रयोगशाला के रूप में करता है। (एजेंसी)
First Published: Sunday, February 2, 2014, 16:31