Last Updated: Saturday, November 23, 2013, 21:22
एझिमाला (कन्नूर) : सार्वजनिक क्षेत्र के कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड में बनाये जा रहे भारत के पहले स्वदेश निर्मित विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत को 2017 में नौसेना में शामिल किया जाएगा जिसे औपचारिक तौर पर इस साल अगस्त में लांच किया गया था।
नौसेना प्रमुख एडमिरल डी के जोशी ने कहा,‘आईएनएस विक्रांत के शामिल होने के बाद भारत अपने देश में विमानवाहक पोत डिजाइन करने और निर्मित करने की क्षमता वाले देशों के प्रतिष्ठित क्लब में शामिल हो जाएगा। दुनिया में ऐसे बहुत सारे देश नहीं है जिन्होंने खुद के विमानवाहक पोत बनाए हों। कन्नूर जिले के एझिमाला में भारतीय नौसेना अकादमी में आयोजित पासिंग आउट परेड से इतर मीडियाकर्मियों से बातचीत में जोशी ने उक्त जानकारी दी।
मुंबई में स्कॉर्पीन पनडुब्बियों को बनाने की परियोजना में देरी के सवाल पर एडमिरल जोशी ने कहा कि भारत नौसेना की पहली स्कॉर्पीन श्रेणी की पनडुब्बी का निर्माण फ्रांस की साझेदारी के साथ करेगा और 2015 तक ये शामिल हो जानी चाहिए।
उन्होंने कहा, देरी के मामले को सुलझा लिया गया है और पनडुब्बी का निर्माण कार्य इस समय तेज गति से हो रहा है। समुद्री चुनौतियों पर उन्होंने कहा कि 26-11 के आतंकवादी हमले के बाद तटीय सुरक्षा को सर्वाधिक प्राथमिकता दी गयी है। एडमिरल जोशी ने इस बात की ओर संकेत दिया कि अदन की खाड़ी में पिछले कई सालों से जलदस्यु रोधी अभियानों में नौसेना पूरी तरह शामिल रही है। (एजेंसी)
First Published: Saturday, November 23, 2013, 21:22