Last Updated: Friday, January 24, 2014, 09:40
नई दिल्ली : राष्ट्रीय सुरक्षा से किसी तरह का समझौता न होने देने के मकसद से भारतीय थलसेना ने अपने कर्मियों से ‘फेसबुक’ और ‘वीचैट’ जैसे सोशल मीडिया का इस्तेमाल न करने को कहा है क्योंकि हो सकता है कि उनके सर्वर विदेशों में हों।
सूत्रों ने कहा कि थलसेना इस बात को लेकर चिंतित है कि सोशल मीडिया पर गतिविधियों की वजह से सैन्य अधिकारियों एवं अन्य की पहचान हो जाए और उनके ठिकाने का पता चल जाए। ‘फेसबुक’ और ‘वीचैट’ जैसी चैटिंग साइटें भारत में काफी मशहूर हो गई हैं और स्मार्ट फोन तथा टैबलेटों पर जिन साइटों को सबसे ज्यादा डाउनलोड किया जाता है वे उनमें शामिल हैं। अतीत में ऐसे मामले हुए हैं जहां थलसेना अधिकारी पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए काम करने वाले संदिग्ध एजेंटों के मोह जाल में फंस गए और उन्हें सेना द्वारा की गई कड़ी कार्रवाई का सामना करना पड़ा।
नौसेना के भी दो से ज्यादा अधिकारियों पर मुकदमा चलाकर उन्हें सजा दी गयी । उन्हें ‘फेसबुक’ का इस्तेमाल करते हुए अपने जहाजों की स्थिति का खुलासा करने का दोषी पाया गया था। सुरक्षा और खुफिया एजेंसियां ऐसी साइटों के मूल (सर्वर) का पता लगा रही हैं क्योंकि उन्हें आशंका है कि उनके सर्वर चीन में हो सकते हैं जिसके संबंध पीपुल्स लिबरेशन आर्मी से हो सकते हैं। (एजेंसी)
First Published: Friday, January 24, 2014, 09:40