नौसेना में उन्नत हल्के हेलीकॉप्टरों का बेड़ा शामिल

नौसेना में उन्नत हल्के हेलीकॉप्टरों का बेड़ा शामिल

कोच्चि: उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर (एएलएच) के पहले बेड़े को मंगलवार को नौसेना के पश्चिमी कमान के प्रमुख वाइस एडमिरल शेखर सिन्हा ने शामिल किया।

एएलएच, घरेलू तकनीक से निर्मित पहले हेलीकॉप्टर हैं। इन्हें ध्रुव नाम दिया गया है। इनकी डिजाइन और इनका निर्माण हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड ने किया है। इसने भारतीय सेना के तीनों अंगों के अलावा भारतीय तटरक्षक, सीमा सुरक्षा बल और विदेशों में भी अपनी बहुआयामी क्षमता को साबित किया है।

नौसेना के बेड़े में शामिल किए गए हेलीकॉप्टरों के इस नए दस्ते का नाम इंडियन नेवल एयर स्क्वोड्रन (आईएनएस) 322 है।

इस अवसर पर आयोजित समारोह में वाइस एडमिरल सिन्हा ने कहा कि ध्रुव हेलीकॉप्टर नौसेना के तलाशी और बचाव कार्य में बहुत लाभदायक होंगे। रात में देखने के उपकरणों से लैस इन हेलीकॉप्टरों का उपयोग अभियानों और गश्त में भी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि छोटे अभियानों और तटीय सुरक्षा के लिए ध्रुव जैसे हेलीकॉप्टर नौसेना के लिए उपयोगी हैं।

दक्षिणी कमान के प्रमुख वाइस एडमिरल सतीश सोनी ने कहा कि बहुआयामी हेलीकॉप्टर का उपयोग शीघ्र ही रात्रि में किया जाएगा। दुनिया में ऐसे कुछ ही हेलीकॉप्टर हैं जिनका उपयोग रात में किया जा सकता है।

ध्रुव हेलीकॉप्टरों का यह बेड़ा आईएनएएस 322, सोनी के प्रशासकीय नियंत्रण में है। स्क्वोड्रन को शामिल करने का समारोह नौसेना हवाईअड्डे आईएनएस गरुड़ पर किया गया। यह आईएएनएएस 322 का प्रमुख अड्डा होगा। (एजेंसी)

First Published: Tuesday, November 12, 2013, 13:47

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