Last Updated: Sunday, October 13, 2013, 09:45

नई दिल्ली : राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल ने आज कहा कि ओडिशा के तट पर आए चक्रवात ‘फैलिन’ की वजह से अब तक किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है। एनडीआरएफ के प्रमुख कृष्ण चौधरी ने को बताया, बचाव और राहत अभियानों के लिए ओडिशा तथा आंध्रप्रदेश में हमारे दल मौजूद हैं। अब तक हमें कहीं से भी किसी के हताहत होने की खबर नहीं मिली है। दोनों राज्यों में एनडीआरएफ के 3,000 से अधिक कर्मचारी तैनात किए गए हैं। साथ ही मलबे में फंसे लोगों को बचाने के प्रयास जारी हैं। चौधरी ने बताया कि आंध्रप्रदेश से दो खबरें मिली हैं कि कुछ लोग कहीं फंस गए हैं और उन्हें बचाने के लिए एनडीआरएफ के दल मौके पर भेजे गए हैं।
एनडीआरएफ प्रमुख ने बताया कि शुरुआती खबरों में कहा गया है कि चक्रवात के प्रभाव के चलते कुछ इमारतें और कुछ संचार टॉवर नष्ट हो गए हैं। चौधरी ने बताया कि कल ओडिशा में एक इमारत के ध्वस्त होने की वजह से पांच लोगों की मौत हो गई। लेकिन यह हादसा चक्रवात के आने से पहले हुआ।
शक्तिशाली चक्रवात फैलिन वर्ष 1999 में आए विनाशकारी चक्रवात से भी ज्यादा भीषण है। ओडिशा के तट पर बीती रात आए इस चक्रवात के कारण राज्य में और समीपवर्ती उत्तरी तटीय आंध्रप्रदेश में मूसलाधार बारिश हुई और 200 किमी प्रतिघंटा से अधिक रफ्तार से हवाएं चलीं।
चक्रवात से ओडिशा के तटीय जिले का गोपालपुर सर्वाधिक प्रभावित हुआ। राज्य के सभी तटीय जिले, खास कर गंजाम में पूरी तरह अंधेरा छा गया था क्योंकि चक्रवात के कारण जगह जगह पेड़ और बिजली के खंभे टूट कर गिर गए। भयभीत लोगों को तेज बारिश के कारण घरों के अंदर ही रहना पड़ा और जगह जगह यातायात भी प्रभावित हुआ। प्रशासन ने ओडिशा और आंध्र प्रदेश के संवेदनशील इलाकों से 5 लाख से अधिक लोगों को हटा कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। (एजेंसी)
First Published: Sunday, October 13, 2013, 09:44