Last Updated: Monday, December 16, 2013, 19:52

रालेगण सिद्धि : लोकपाल विधेयक के संबंध में अरविन्द केजरीवाल की आलोचना को खारिज करते हुए अन्ना हजारे ने आज कहा कि इस विधेयक से शेर को भी जेल पहुंचाया जा सकता है। इससे पहले केजरीवाल ने कहा था कि मौजूदा विधेयक से एक चूहे तक को जेल नहीं भेजा जा सकता।
संसद में जन लोकपाल विधेयक को पारित कराने का दबाव बनाने के लिए गांधीवादी नेता हजारे का अनिश्चितकालीन अनशन आज सातवें दिन में प्रवेश कर गया। उन्होंने कहा कि आप चूहे की बात कर रहे हैं, मैं समझता हूं कि विधेयक में शेर तक को पकड़ने के प्रावधान हैं।
अन्ना ने केजरीवाल को ऐसे दिन झिड़की दी है जब सरकार ने इस विधेयक को पारित कराने के लिए अपनी प्रतिबद्धता फिर से जतायी और कहा कि यह उसकी शीषर्तम प्राथमिकता है। सरकार ने कहा कि सरकार इसके लिए संसद के शीतकालीन सत्र की अवधि बढ़ाने के लिए भी तैयार है।
राज्यसभा में आज इस विधेयक पर चर्चा होनी थी, लेकिन केंद्रीय मंत्री शीशराम ओला के निधन के कारण सदन की कार्यवाही स्थगित हो गई। इस बीच संसदीय कार्य मंत्री कमलनाथ ने कहा कि लोकपाल विधेयक सरकार की शीर्ष प्राथमिकता है। यह देश के लिए ऐतिहासिक विधेयक है। देश को इसकी जरूरत है। हम चाहते हैं कि इसी सत्र में संसद के दोनों सदन इस विधेयक को पारित करें। कमलनाथ की यह टिप्पणी कांग्रेस कोर समूह की बैठक के बाद आयी। बैठक में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी ने भी शिरकत की।
उन्होंने कहा कि यदि जरूरत पडी तो संसद का मौजूदा सत्र बढाया जाएगा। यदि जरूरत पडी तो हम सदन में देर तक बैठने को तैयार हैं। (एजेंसी)
First Published: Monday, December 16, 2013, 19:52