Last Updated: Friday, January 24, 2014, 19:17

वाशिंगटन/नई दिल्ली : अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने गणतंत्र दिवस पर भारत को शुभकामनाएं देते हुए उम्मीद जताई कि दोनों देश ‘इस वास्तविक वैश्विक साझेदारी’ के लिए लोगों की अपेक्षाओं और महात्वाकांक्षाओं को पूरा करने में सक्षम होंगे।
भारत के 65 वें गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को भेजे गए बधाई संदेश में ओबामा ने कहा है कि भारत की प्रेरणादायक लोकतांत्रिक विरासत का जश्न मनाने में अमेरिका की जनता भारत की जनता के साथ है।
उन्होंने कहा, ‘हमारी साझेदारी हमेशा से हमारे साझा मूल्यों और हितों से निर्देशित होती रही है। मैं इस वास्तविक वैश्विक साझेदारी के लिए हमारे लोगों की आकांक्षाओं और महत्वाकांक्षाओं को पूरा करने की खातिर आपके साथ आने वाले समय में काम करने का इच्छुक हूं।’
ओबामा ने कहा ‘दोस्ताना और साझेदारी की गर्मजोशी भरी भावना में अमेरिकी जनता की ओर से मैं आपको गणतंत्र दिवस पर बधाई देता हूं और शांति तथा समृद्धि की निरंतरता के लिए अपनी शुभकामनाएं देता हूं।’ इस बीच, वॉशिंगटन में, प्रबंधन और संसाधन उप विदेश मंत्री हीदर हिजिनबॉटम ने कहा है कि भारत के साथ अमेरिका की साझेदारी व्यापक और मजबूत है।
प्रबंधन और संसाधन उप विदेश मंत्री हीदर हिजिनबॉटम ने कल कहा, ‘मुख्य बात यह है कि यह (भारत..अमेरिका) साझेदारी व्यापक और मजबूत है। 26 जनवरी से पहले, अमेरिका में भारत के राजदूत एस जयशंकर द्वारा आयोजित एक समारोह में उन्होंने कहा ‘भारत का गणतंत्र दिवस हमें याद दिलाता है कि भारत के लोकतांत्रिक संस्थान और परंपराएं कितनी मजबूत हैं।’
हिजिनबॉटम ने कहा, ‘भारत का गणतंत्र दिवस हमें यह भी याद दिलाता है कि हमारी जनता तथा हमारी सरकार के बीच मजबूत रिश्ते हैं, जैसा कि हम अक्सर कहते हैं, दुनिया के सबसे पुराने और सबसे बड़े लोकतंत्रों के बीच हमारे पास रणनीतिक साझेदारी है।’उन्होंने कहा, ‘हमारे साझा प्रयासों और साझा हितों ने लगातार हमें आगे बढ़ाया है।’
हिजिनबॉटम ने कहा, ‘हमारे साझा प्रयासों का दायरा अत्यंत व्यापक है और हमारे साझा हित हैं जो हमें लगातार आगे बढ़ाते हैं। हमारे अंतरिक्ष सहयोग की वजह से भारतीय किसानों को मौसम का बेहतर पूर्वानुमान पता चलता है। हमारी घरेलू सुरक्षा वार्ता ने हमारे देशों को आतंकवादी हमलों से सुरक्षित बनाया है। स्वास्थ्य संबंधी हमारी पहलों ने उन खतरनाक रोगाणुओं का पता लगाने की हमारी क्षमता में वृद्धि की है जिनसे लोगों को खतरा है।’
उन्होंने कहा, ‘जलवायु और ऊर्जा के मुद्दों पर हमारे काम से, स्वच्छता की पहलों की खातिर अरबों की राशि जुटाई गई। शिक्षा के क्षेत्र में हमारे करीबी सहयोग से भारत की फैकल्टी और शोधार्थी अमेरिकी विश्वविद्यालयों के करीब आए और शिक्षा के क्षेत्र में व्यापक आदान प्रदान भी हुआ। हमारे व्यापार और निवेश के मजबूत रिश्तों ने दोनों देशों में गरीबी दूर करने और विकास की राह प्रशस्त करने में अहम भूमिका निभाई है।’(एजेंसी)
First Published: Friday, January 24, 2014, 19:17