Last Updated: Monday, October 21, 2013, 19:49
शिमला: लोकसभा स्पीकर मीरा कुमार ने कहा कि छोटे मोटे मुद्दों को लेकर संसद की कार्यवाही में लगातार पड़ रहे अवरोध के चलते न सिर्फ संस्थान की विश्वसनीयता कम हुई है बल्कि यह भारत की लोकतांत्रिक प्रणाली और छवि के लिए भी ‘घातक’ है।
हिमाचल प्रदेश विधानसभा के एक विशेष सत्र को संबोधित करते हुए मीरा ने कहा कि यह अफसोस की बात है कि संसद के पिछले सत्र के दौरान इसका 73.30 घंटे का कीमती वक्त बर्बाद हो गया।
छोटे मोटे मुद्दों को लेकर संसद की कार्यवाही में लगातार अवरोध डालने की प्रवृत्ति बढ़ने पर गंभीर चिंता जताते हुए मीरा ने कहा कि सांसदों को अपने विचार पुरजोर तरीके से रखना चाहिए और बेवजह के अवरोधों से बचना चाहिए।
हालांकि, उन्होंने कहा कि यह संतोष की बात है कि कार्यवाही में अवरोध पड़ने के बावजूद लोकसभा ने खाद्य सुरक्षा, भूमि अधिग्रहण, हाथ से मैला हटाने वाले लोगों के पुनर्वास, पेंशन जैसे अहम विधेयक पारित किए। (एजेंसी)
First Published: Monday, October 21, 2013, 19:49