Last Updated: Tuesday, March 11, 2014, 15:49

चेन्नई : लोकसभा चुनाव में द्रमुक की ताकत प्रदर्शित करने की प्रतिबद्धता व्यक्त करते हुए पार्टी अध्यक्ष एम करुणानिधि ने चुनाव में बिना किसी राष्ट्रीय पार्टी को साथ लिये ही बेहतर प्रदर्शन की आज उम्मीद व्यक्त की, साथ ही तमिलों के मुद्दों पर मतदाताओं का समर्थन मिलने की बात कही।
द्रमुक प्रमुख ने कांग्रेस और भाजपा के साथ गठजोड़ के खिलाफ सख्त रूख पेश करते हुए कहा कि गठबंधन में किसी राष्ट्रीय पार्टी की अनुपस्थिति से उनके डेमोक्रेटिक प्रोगरेसिव एलायंस (डीपीए) को कोई झटका नहीं लगा है और वह वीसीके, एमएमके, पुथिया तमिझगम और आईयूएमएल जैसे स्थानीय सहयोगियों के साथ चुनाव लड़ेगी।
लोकसभा चुनाव के मद्देनजर पार्टी का घोषणपत्र जारी किये जाने के दौरान मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि नहीं, कोई झटका नहीं है। दुनियाभर के तमिलों के हितों की पैरोकारी करते हुए द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) ने अपने घोषणापत्र में श्रीलंका में तमिलों के लिए होमलैंड के वास्ते उनके बीच जनमत संग्रह करवाने तथा अच्छी खासी तमिल आबादी वाले देशों में तमिल दूत नियुक्त करने के लिए केंद्र पर दबाव डालने का आज वादा किया। पार्टी प्रमुख एम करूणानिधि द्वारा जारी घोषणापत्र में आज द्रमुक ने वादा किया कि वह केंद्र से श्रीलंका के तमिलों के मामले का स्थायी राजनीतिक हल ढूंढने की अपील करेगी और वहां 13 वें संवैधानिक संशोधन के प्रावधानों को लागू करने के लिए दबाव डालेगी।
विवादास्पद सेतुसमुद्रम परियोजना को लागू करने की अपनी मांग पर कायम रहते हुए द्रमुक ने कहा कि वह शीर्ष अदालत के समक्ष लंबित इस मुद्दे का त्वरित निस्तारण करवाकर फिर से निर्माण कार्य शुरू करने के लिए अनुकूल माहौल पैदा करेगी। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, March 11, 2014, 15:49