Last Updated: Saturday, February 9, 2013, 20:53
देश भर में महंगाई और भ्रष्टाचार को लेकर कांग्रेस और यूपीए सरकार के खिलाफ करीब दो साल से कई बड़े-बड़े आंदोलन हुए। पिछले साल 16 अगस्त को अन्ना के जन लोकपाल आंदोलन ने पूरे देश में भूचाल ला दिया था। देश के हर कोने में जनता सड़कों पर उतर आई थी लेकिन चुनावी राजनीति में इसका कहीं भी कोई असर नहीं देखा गया। इसी परिदृश्य के बीच गुजरात और हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव सम्पन्न हुए। उम्मीदों पर खड़े उतरते हुए नरेंद्र मोदी ने गुजरात में जीत की हैट्रिक बनाई और हिमाचल प्रदेश में भ्रष्टाचार के आरोपी वीरभद्र सिंह के नेतृत्व में कांग्रेस ने भाजपा को पटखनी देकर सत्ता हथिया ली। गुजरात में नरेंद्र मोदी की जीत तो समझ में आती है लेकिन अगर देश में महंगाई और भ्रष्टाचार के खिलाफ लोगों में गुस्सा होता तो हिमाचल में कांग्रेस सत्ता में नहीं आती।