वीरभद्र ने जेटली सहित अन्य नेताओं पर किया मुकदमा

वीरभद्र ने जेटली सहित अन्य नेताओं पर किया मुकदमा

शिमला : भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर लगातार भाजपा के वार झेल रहे हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने अरूण जेटली और पार्टी के अन्य नेताओं के खिलाफ मुकदमा दायर कर उनपर अपनी छवि धूमिल करने का आरोप लगाया ।

मुख्यमंत्री का कहना है कि उन्होंने शिमला की मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ज्योत्सना धडवाल की अदालत में भारतीय दंड संहिता की धारा 499 के तहत राज्यसभा में विपक्ष के नेता अरूण जेटली और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के खिलाफ तथा भाजपा के दो अन्य नेताओं सांसद अनुराग ठाकुर तथा अरूण धूमल के खिलाफ मानहानि के तीन मुकदमे दायर किए हैं । मजिस्ट्रेट ने मामले की सुनवायी के लिए 15 फरवरी की तारीख तय की है ।

राजनीतिक बदला लेने का आरोप लगाते हुए 79 वर्षीय वीरभद्र सिंह ने कहा कि यह पहली बार नहीं है जब धूमल ने उनपर व्यक्तिगत रूप से निशाना साधा है ।

उन्होंने कहा कि सत्ता में आने पर धूमल और भाजपा के अन्य नेताओं के खिलाफ तमाम तरह की शिकायतें थीं । लेकिन उन्होंने धूमल द्वारा शुरू की गई राजनीतिक बदले की प्रक्रिया को समाप्त करने का निर्णय लिया और भाजपा नेताओं के खिलाफ एक भी मामला दर्ज नहीं हुआ । क्योंकि वह हिमाचल प्रदेश को दूसरा पंजाब या तमिलनाडु नहीं बनाना चाहते थे ।

कुछ मंत्रियों और समर्थकों के साथ अदालत पहुंचकर मुख्यमंत्री ने मानहानि का मुकदमा दायर किया और बाद में सभी की मौजूदगी में मीडिया से बातचीत की । वीरभद्र ने दावा किया कि पहले कार्यकाल के दौरान धूमल ने उन्हें सागर कथा मामले में फंसाया तो पिछले कार्यकाल में सीडी मामला आया । लेकिन दोनों ही मामलों में अदालत ने उन्हें दोष मुक्त करार दिया ।

जेटली ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को पत्र लिखकर आरोप लगाया है कि वीरभद्र सिंह ने एक निजी बिजली कंपनी से रिश्वत ली है और सीबीआई जांच की मांग की है । उन्होंने इसे बिल्कुल स्पष्ट मामला बताया है लेकिन मुख्यमंत्री ने आरोपों से इनकार करते हुए उनपर मुकदमा करने की धमकी दी थी । जेटली ने मुख्यमंत्री को चुनौती दी है कि वह उनके खिलाफ मानहानि का मुकदमा करें और वह अदालत ने सभी आरोपों पर जिरह करेंगे ।

कुछ मंत्रियों और समर्थकों के साथ अदालत पहुंचकर मुख्यमंत्री ने मानहानि का मुकदमा दायर किया और बाद में सभी की मौजूदगी में मीडिया से बातचीत की । वीरभद्र ने दावा किया कि पहले कार्यकाल के दौरान धूमल ने उन्हें सागर कथा मामले में फंसाया तो पिछले कार्यकाल में सीडी मामला आया । लेकिन दोनों ही मामलों में अदालत ने उन्हें दोष मुक्त करार दिया ।

जेटली ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को पत्र लिखकर आरोप लगाया है कि वीरभद्र सिंह ने एक निजी बिजली कंपनी से रिश्वत ली है और सीबीआई जांच की मांग की है । उन्होंने इसे बिल्कुल स्पष्ट मामला बताया है लेकिन मुख्यमंत्री ने आरोपों से इनकार करते हुए उनपर मुकदमा करने की धमकी दी थी । जेटली ने मुख्यमंत्री को चुनौती दी है कि वह उनके खिलाफ मानहानि का मुकदमा करें और वह अदालत ने सभी आरोपों पर जिरह करेंगे । (एजेंसी)

First Published: Thursday, January 16, 2014, 17:46

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