Last Updated: Wednesday, March 12, 2014, 23:49
नई दिल्ली : अन्ना हजारे के एक रैली में हिस्सा नहीं लेने के कुछ ही समय बाद पूर्व सेना प्रमुख जनरल वी के सिंह ने आज उनसे मुलाकात की। इससे इस बात की अटकलें लगाई जाने लगीं कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ने वाले सामाजिक कार्यकर्ता को भाजपा लुभा सकती है। उस रैली को तृणमूल प्रमुख ममता बनर्जी ने संबोधित किया। अन्ना ने लोकसभा चुनाव में उनकी पार्टी के उम्मीदवारों का समर्थन करने की बात कही थी।
सिंह इससे पहले हजारे से जुड़े हुए थे और हाल में भाजपा में शामिल हुए। उन्होंने इस मुलाकात को बहुत ज्यादा तवज्जो नहीं देने को कहा। उन्होंने कहा कि यह शिष्टाचार के नाते मुलाकात थी और इसके पीछे कोई राजनीति नहीं है। उन्होंने कहा कि हजारे जब भी दिल्ली आते हैं तो वह उनसे मुलाकात करते हैं। हालांकि, संवाददाताओं ने पूछा तो उन्होंने कहा कि अगर हजारे के सिद्धांत उन्हें अनुमति देते हैं तो वह उनके लिए प्रचार कर सकते हैं। सिंह ने कहा, ‘‘क्या मैं उनसे बिना किसी उद्देश्य के मुलाकात नहीं कर सकता। वह बीमार हैं। जब भी वह दिल्ली आते हैं हम उनसे मुलाकात करते हैं। वह यहां हैं इसलिए मैं उनसे मिलने आया।’’
इस बीच, यह पूछे जाने पर कि क्या भाजपा हजारे के साथ पींगे बढ़ा रही है तो पार्टी प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने कहा कि जब दो देशभक्त मिलते हैं तो लोगों को उसमें राजनीति नहीं देखनी चाहिए। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, जनरल वी के सिंह देशभक्त हैं और अन्ना भी हैं। जब दो देशभक्त मिलते हैं तो लोगों को उसमें राजनीति नहीं देखनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि सिंह एक पूर्व सेना प्रमुख हैं और निजी स्तर पर किसी से भी मिलने को स्वतंत्र हैं।
बनर्जी के भाषण पर सिंह ने कहा, मैं नहीं जानता कि ममता जी क्या कह रही हैं। हजारे को आज एक रैली में ममता बनर्जी के साथ मंच साझा करना था लेकिन स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए वह रैली में शामिल नहीं हुए। यह रैली ममता को राष्ट्रीय स्तर पर लांच करने के मंच के तौर पर देखी जा रही थी। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, March 12, 2014, 23:49