Last Updated: Thursday, February 27, 2014, 21:30

नई दिल्ली : नौसेना प्रमुख पद से इस्तीफा देने के एक दिन बाद एडमिरल डी.के. जोशी ने अपने सहकर्मियों को लिखे पत्र में कहा कि वह दुर्घटनाओं की जिम्मेदारी लेने के लिए ‘दृढ़’ हैं। नौसेना के वरिष्ठ अधिकारियों को लिखे आंतरिक संदेश में उन्होंने कहा, ‘इस्तीफा देने से पहले मैंने स्वयं विचार किया एवं अपनी पत्नी की सलाह ली। पनडुब्बी दुर्घटना के बाद मैं दृढ़ था कि मुझे जिम्मेदारी लेनी चाहिए।’
आईएनएस सिंधुरत्न पनडुब्बी में आग लगने और धुआं निकलने के कुछ घंटे बाद ही नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए जोशी ने बुधवार को इस्तीफा दे दिया था। दुर्घटना में दो अधिकारियों की मौत हो गई और सात नाविक गंभीर रूप से बीमार हो गए।
अपने इस्तीफे में जोशी ने कहा कि सरकार ने उनकी क्षमताओं पर विश्वास जताया लेकिन जिम्मेदारी को देखते हुए वह पद
पर बने रहने में अक्षम हैं।
जोशी के इस्तीफे को रक्षा मंत्री ए.के. एंटनी ने तुरंत स्वीकार कर लिया और नौसेना के उपाध्यक्ष एडमिरल आर.के. धवन से
कहा कि नये प्रमुख की नियुक्त होने तक वह कार्यवाहक अध्यक्ष बने रहें। दुर्घटनाओं पर इस्तीफा देने वाले पहले नौसेना प्रमुख जोशी का कार्यकाल अभी 15 महीने बचा हुआ है। (एजेंसी)
First Published: Thursday, February 27, 2014, 21:30