Last Updated: Sunday, April 13, 2014, 17:41
नई दिल्ली : पांच दशक पुराने सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) में पुरुषों के वर्चस्व को तोड़ते हुए सरकार ने देश के दूसरे सबसे बड़े इस सीमा रक्षा बल में युवा महिलाओं की ‘लड़ाकू अधिकारियों’ के रूप में भर्ती को मंजूरी दे दी है।
भर्ती के बाद महिला अधिकारियों को दूर तक फैली सीमा पर स्थित बल के ठिकानों में सेवा का अवसर मिलेगा। एसएसबी नेपाल और भूटान से लगती ‘‘खुली’’ और महत्वपूर्ण सीमाओं की रक्षा करता है। गृह मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार 25 साल की उम्र तक की महिलाओं को सीधे सहायक कमांडेंट स्तर के अधिकारी के रूप में भर्ती किया जाएगा । बल में 2015 के अंत तक प्रशिक्षित महिला अधिकारी होंगी।
अब तक, महिलाएं केवल तीन केंद्रीय सुरक्षाबलों..सीआरपीएफ, सीआईएसएफ और बीएसएफ में ही अधिकारी कैडर की वर्दी पहन सकती थीं । हालांकि, महिलाएं अभी देश के तीसरे सीमा रक्षाबल..चीन सीमा पर तैनात भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल में अधिकारी के रूप में शामिल नहीं की जाएंगी।
एसएसबी ने 2007 में पहली बार महिलाओं को कनिष्ठ कांस्टेबल रैंक पर भर्ती किया था, तब से टुकड़ियों का नेतृत्व पुरूष अधिकारियों द्वारा किया जा रहा है और इसलिए अर्धसैनिक बल में महिला अधिकारियों की जरूरत महसूस की गई। वर्तमान में इस बल में 1,400 महिला कर्मी हैं। (एजेंसी)
First Published: Sunday, April 13, 2014, 17:41