Last Updated: Wednesday, December 18, 2013, 22:53

जोहांसबर्ग: वांडर्स स्टेडियम में बुधवार को विराट कोहली (119) की संघर्षपूर्ण शतकीय पारी की बदौलत भारतीय क्रिकेट टीम ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले टेस्ट मैच के पहले दिन पांच विकेट पर 255 रन बनाए। दिन का खेल समाप्त होने पर कप्तान महेंद्र सिंह धोनी 17 रन और अजिंक्य रहाणे 43 रन बनाकर नाबाद लौटे। मैच के पहले दिन भारत ने पहले और दूसरे सत्र में दो-दो विकेट गंवाए, जबकि 35 ओवर के सबसे लंबे आखिरी सत्र में सिर्फ एक विकेट गंवाया। शतकवीर कोहली 219 के कुल योग पर आउट होने वाले आखिरी बल्लेबाज थे। कोहली ने अपनी 181 गेंदों की पारी में 18 चौके लगाए। कोहली ने अपने 21वें टेस्ट में पांचवा शतक लगाया, और कोहली के टेस्ट करियर का यह सर्वोच्च स्कोर भी है।
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत बेहद धीमी रही और भारतीय सलामी बल्लेबाज मुरली विजय (6) और शिखर धवन (13) रन बनाने के लिए जूझते नजर आए। धवन तथा विजय के रूप में भारत को क्रमश: 17 और 24 रनों के कुल योग पर जल्द ही दो विकेट गंवाने पड़े। विजय ने छह रन बनाने के लिए 42 गेंदों का सामना किया। तीसरे विकेट के लिए हालांकि चेतेश्वर पुजारा (25) और कोहली ने 89 रनों की साझेदारी कर टीम को संभालने की भरसक कोशिश की। लेकिन पुजारा लगातार दबाव में खेलते दिखे। 113 के कुल योग पर रन आउट होने से पहले पुजारा ने 98 गेंदों का सामना कर दो चौके लगाए।
इसके बाद बल्लेबाज करने आए रोहित शर्मा (14) भी ज्यादा देर टिक नहीं सके। रोहित को फिलेंडर की गेंद पर अब्राहम डिविलियर्स ने विकेट के पीछे लपक लिया। कोहली ने इसके बाद रहाणे के साथ पांचवें विकेट के लिए 68 रनों की साझेदारी कर एकबार फिर भारत को स्थायित्व देने की कोशिश की, लेकिन शतक बनाने के बाद कोहली भी ज्यादा देर नहीं टिक सके और जैक्स कालिस की गेंद पर जेपी ड्यूमिनी को कैच थमा बैठे। इसके बाद बल्लेबाजी करने उतरे कप्तान धोनी ने रहाणे के साथ भारतीय पारी को संभलकर आगे बढ़ाना शुरू किया। धौनी और रहाणे ने दिन की समाप्ति तक छठे विकेट के लिए 36 रनों की साझेदारी कर ली है।
दक्षिण अफ्रीका की तरफ से मोर्ने मोर्केल, डेल स्टेन और वेर्नोन फिलेंडर ने बेहद कसी हुई गेंदबाजी की और एक-एक विकेट हासिल किए, तो दूसरी ओर कोहली ने इमरान ताहिर पर विशेष रूप से निशाना साधा। मोर्केल ने 19 ओवरों में 1.42 के औसत से 27 रन दिए, और स्टेन ने 23 ओवरों में 2.43 के औसत से 56 रन दिए। मनोवैज्ञानिक तौर पर भारतीय टीम दक्षिण अफ्रीका से थोड़ी पीछे है क्योंकि एक तो वह 0-2 से एकदिवसीय श्रृंखला गंवा चुकी है और दूसरे, एकदिवसीय मैचों के दौरान शॉर्टपिच गेंदों पर उसके कई प्रमुख बल्लेबाजों की कमजोरियां सामने आई हैं।
भारत सचिन तेंदुलकर का युग समाप्त होने के बाद पहला टेस्ट मैच खेल रहा है। सचिन ने मुंबई में बीते महीने 200वां टेस्ट खेलने के बाद संन्यास लिया था। सचिन की विदाई के बाद खाली हुए चौथे क्रम पर बल्लेबाजी करने उतरे कोहली ही बुधवार को दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाजों का सफलतापूर्वक मुकाबले कर सके। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, December 18, 2013, 22:53