Last Updated: Sunday, November 24, 2013, 20:47

नई दिल्ली : पूर्व केंद्रीय मंत्री और वर्तमान में राज्यसभा सांसद रामविलास पासवान का मानना है कि दिग्गज हाकी खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद को क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर से पहले प्रतिष्ठित भारत रत्न दिया जाना चाहिए था। पासवान ने मध्यप्रदेश में चुनाव रैली में भाग लेने के बाद कहा, जब खिलाड़ियों को भारत रत्न देने का फैसला किया गया तो फिर सबसे पहले मेजर ध्यानचंद को देश का यह सर्वोच्च नागरिक सम्मान मिलना चाहिए था।
उन्होंने कहा, यदि तेंदुलकर को हॉकी खेलने के लिए यह पुरस्कार मिलता तो हमें खुशी होती। पासवान का मानना है कि क्रिकेट औपनिवेशिक खेल है। उनके अनुसार यह भारत का खेल नहीं है। उन्होंने कहा, जहां तक खेलों का संबंध है तो कबड्डी, फुटबॉल, वॉलीबॉल और खो खो भारतीय खेल हैं। क्रिकेट कभी भारत का खेल नहीं रहा। यह एलीट वर्ग का खेल है।
पासवान का मानना है कि पहली दुनिया का कोई भी देश क्रिकेट नहीं खेलता। उन्होंने कहा, क्रिकेट अब भी उन्हीं देशों में खेला जाता है जो ब्रिटेन के उपनिवेश रहे थे। अमेरिका क्रिकेट नहीं खेलता तथा रूस, चीन, जापान और जर्मनी भी नहीं खेलते हैं। केवल ब्रिटिश उपनिवेश का हिस्सा रहे देशों में क्रिकेट खेला जाता है। (एजेंसी)
First Published: Sunday, November 24, 2013, 20:47