मैंने अपने साथियों से कहा था मुझे मेरा व्यक्तिगत स्कोर मत बताओ: पृथ्वी

मैंने अपने साथियों से कहा था मुझे मेरा व्यक्तिगत स्कोर मत बताओ: पृथ्वी

मैंने अपने साथियों से कहा था मुझे मेरा व्यक्तिगत स्कोर मत बताओ: पृथ्वीमुंबई : इसे अंधविश्वास कहें या टीम को अपने से उपर रखने का मुंबई का बल्लेबाजी सिद्धांत जब 14 वर्षीय पृथ्वी शॉ ने 546 रन की रिकॉर्ड पारी के दौरान टीम के अपने साथियों से कह दिया था कि वह उसे उसका निजी स्कोर नहीं बताए।

रिज्वी स्प्रिंगफील्ड के नौवीं कक्षा के छात्र पृथ्वी ने सेंट फ्रांसिस बोरिवली के खिलाफ रिकार्डतोड़ पारी खेलने के बाद संवाददाताओं से कहा, जब मैं 490 रन का स्कोर पार कर चुका था तो मुझे इसकी जानकारी नहीं थी। मैं अच्छी बल्लेबाजी कर रहा था और अपना नैसर्गिक खेल खेलना चाहता था। जब मैंने 500 रन बना लिए तो टीम के साथियों ने मुझे बताया और बधाई दी। इस युवा क्रिकेटर से जब उनके पसंदीदा क्रिकेटर के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि यह और कोई नहीं बल्कि हाल में संन्यास लेने वाले महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर हैं।

पृथ्वी ने आजाद मैदान पर दिन का खेल खत्म होने के बाद कहा, क्योंकि वह विनम्र है और मुझे उनका स्क्वायर कट और पुल शाट पसंद है। इस बल्लेबाज को जिस चीज से सबसे अधिक हैरानी हुई वह है मैदान पर मीडिया की मौजूदगी।

उन्होंने कहा, मैंने मीडिया के इतने सारे लोगों के यहां आने की उम्मीद नहीं की थी। पृथ्वी से जब उनके पसंदीदा शाट के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, कवर ड्राइव। इस पारी की योजना के बारे में पूछने पर पृथ्वी ने कहा, जब आज मैं मैदान पर उतरा तो मेरा दिमाग बिलकुल खाली था। कोई विशेष योजना नहीं थी। मैंने एक और दो रन लेने पर ध्यान लगाया और ढीली गेंदों का इंतजार किया। मुंबई की अंडर 16 टीम के कप्तान पृथ्वी ने विरार में सिर्फ चार बरस की उम्र में क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था।

उन्होंने कहा, जब मैं चार साल का था तो मैंने क्रिकेट खेलना शुरू किया। मेरे पिता को क्रिकेट की जानकारी नहीं थी। तब मेरे पिता के एक मित्र ने उन्हें मुझे कोचिंग शिविर में ले जाने की सलाह दी। यह विरार में था। मैं पहले विरार में रहता था और मुझे संतोष पिंगुलकर ने कोचिंग दी। अब मैं राजू पाठक के मार्गदर्शन और एमआईजी में भी ट्रेनिंग करता हूं। (एजेंसी)

First Published: Wednesday, November 20, 2013, 22:27

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