सोनिया ने खेला इमोशनल कार्ड, पार्टी की कुर्बानी याद दिलाई

सोनिया ने खेला इमोशनल कार्ड, पार्टी की कुर्बानी याद दिलाईकोंडागांव (छत्तीसगढ़) : कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मई में हुए माओवादी हमले में मारे गए अपनी पार्टी के नेताओं की कुर्बानी लोगों को याद दिलाते हुए गुरुवार को एक भावनात्मक कार्ड खेला और आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री रमण सिंह इस पर ‘मगरमच्छ के आंसू’ बहा रहे हैं तथा नक्सली हिंसा को रोकने में नाकाम रहे हैं।

सोनिया ने 11 नवंबर को छत्तीसगढ़ में होने वाले प्रथम चरण के मतदान से पहले अपनी पहली चुनाव सभा को संबोधित करते हुए कहा कि उनकी पार्टी कुर्बानी देने की परंपरा को कायम रखने और गरीबों एवं निचले तबके के लोगों के लिए काम करने के लिए खड़ी है जबकि भाजपा सिर्फ लंबे चौड़े दावे कर रही है और कुछ नहीं कर रही है।

उन्होंने कहा, ‘‘आप सभी राज्य की सुरक्षा स्थिति के बारे में जानते हैं। मैं यहां आप सब से पूछना चाहती हूं कि यह किस तरह की सरकार है? नक्सल हिंसा में बेकसूर मारे जा रहे हैं।’’ उन्होंने कहा कि इस साल खुद कांग्रेस नेताओं ने नक्सल हमलों में अपनी कुर्बानी दी है और हम इस बारे में बहुत दुखी हैं। मुख्यमंत्री अपनी सरकार की नाकामी को स्वीकार करने के लिए मजबूर हैं। लेकिन मैं आपसे पूछना चाहती हूं कि मगरमच्छ के आंसू बहाने के क्या मायने हैं।

नक्सलियों ने 25 मई को जगदलपुर जिले में कांग्रेस नेताओं के एक काफिले पर हमला किया था जिसमें पार्टी के वरिष्ठ नेता महेन्द्र कर्मा की मौत हो गई थी और पूर्व केंद्रीय मंत्री वीसी शुक्ला घायल हो गए थे।
बाद में प्रदेश कांग्रेस समिति के प्रमुख नंद कुमार पटेल और उनके बेटे के शव जंगल में मिले थे। कांग्रेस के पूर्व विधायक उदय मुदालियार की भी माओवादियों ने गोली मार कर हत्या कर दी थी। ये लोग ‘परिवर्तन रैली’ से लौट रहे थे।

सोनिया ने कहा, ‘‘कांग्रेस का इतिहास कुर्बानी, विकास.. और गरीब एवं कमजोर तबके के जीवन में बदलाव लाकर खुशी लाना रहा है। हमें लोगों पर भरोसा है कि वे झूठे वादों पर नहीं जाएंगे, बल्कि कांग्रेस के इतिहास को याद रखेंगे।’’

प्रदेश में गरीबी के लिए राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए उन्होंने कहा कि अन्य राज्यों में गरीबी में कमी आई है वहीं छत्तीसगढ़ में पिछले 10 साल से भाजपा के कुशासन के चलते इसमें बढ़ोतरी हुई है।

उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा सुशासन की बात करती है, लेकिन छत्तीसगढ़ में इसके कुशासन के चलते, गरीबी बढ़ी है। यहां कानून व्यवस्था की समस्या है। छत्तीसगढ़ सरकार ने इस बारे में क्या किया है? सचाई यह है कि भाजपा सिर्फ बड़ी-बड़ी बातें करती है लेकिन कर कुछ नहीं रही है।’’

सोनिया ने पूछा कि भाजपा ने राज्य के लोगों को पिछले 10 साल में क्या दिया है जबकि नये राज्य (छत्तीसगढ़) में ढेरों उम्मीदें थी। उन्होंने कहा कि रमण सिंह सरकार ने पर्याप्त काम नहीं किया है और सिर्फ लंबे दावे किए हैं। केंद्र की कांग्रेस सरकार ने राज्य के विकास के लिए काफी कोष दिया है लेकिन प्रगति बहुत धीमी है।

सोनिया ने कहा कि पिछले 5 साल में हमने विकास के लिए काफी कोष दिया है। लेकिन, सड़कों के विकास पर कार्य की गति बहुत धीमी रही है..हमारी सरकार भूमि अधिग्रहण विधियेक, खाद्य सुरक्षा विधेयक और विभिन्न विकासात्मक योजनाएं लाई। लेकिन कांग्रेस और भाजपा में मूलभूत अंतर यह है कि वे सिर्फ बड़ी बड़ी बातें करते हैं और काम नहीं करते हैं।

उन्होंने मनरेगा योजना का भी जिक्र किया। भाजपा पर बांटने वाली राजनीति करने का आरोप लगाते हुए सोनिया ने कहा कि भाजपा एक भाई को दूसरे भाई के खिलाफ करना चाहती है जबकि हम हर किसी को साथ लेकर चलना और लोगों को जोड़ना चाहते हैं। हम मतदाताओं से अनुरोध करते हैं कि वे किसी के झूठे वादों में नहीं फंसे और राज्य में कांग्रेस की सरकार लाए तथा देश के विकास में योगदान दे।

सोनिया ने विकास, सुरक्षा, महिला सुरक्षा सहित सभी मोचरें पर रमण सिंह सरकार पर हमला बोला तथा कहा कि इस सरकार के तहत शिक्षा, जल, बिजली, ग्रामीण विकास में कमी होनी शुरू हो गई है। (एजेंसी)
First Published: Thursday, November 7, 2013, 13:27

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