Last Updated: Wednesday, December 11, 2013, 18:25
ज़ी मीडिया ब्यूरो नई दिल्ली : दिल्ली में चुनाव परिणामों में त्रिशंकु विधानसभा आने के बाद सरकार गठन को लेकर कोई हल निकलता नजर नहीं आ रहा है। विधानसभा चुनावों के परिणामों की घोषणा के तीन दिन बाद भी नई सरकार बनने का रास्ता अभी तक साफ नहीं हो पाया है और सरकार के गठन को लेकर गतिरोध जारी है। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और आम आदमी पार्टी (आप) दोनों का आंकड़ा बहुमत से दूर है और इन हालातों में दोनों ही दल अब दोबारा चुनाव में जाने के लिए तैयार हैं। दोनों दल का कहना है कि वे गतिरोध खत्म करने के लिए ताजा चुनाव पसंद करेंगी।
भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने एक बैठक में यहां अपने 31 नवनिर्वाचित विधायकों से अगले कुछ महीने में चुनाव के लिए तैयार हो जाने को कहा। उधर, आप के अरविंद केजरीवाल ने भी घोषणा की कि उनकी पार्टी फिर से जनादेश हासिल करने के लिए तैयार है। औपचारिक रूप से विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद भाजपा के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार हषर्वर्धन ने कहा कि पार्टी के पास संख्याबल नहीं है एवं वह चुनाव का सामना करने के लिए तैयार है। अपनी पार्टी के नवनिर्वाचित विधायकों के साथ बैठक के बाद हषर्वर्धन ने संवाददाताओं से कहा कि स्थिर सरकार बनाने के लिए हमारे पास पर्याप्त संख्या नहीं है और हम एक बार फिर चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं।
भाजपा (31) ने अपने सहयोगी अकाली दल (1) के साथ मिलकर 70 सदस्यीय विधानसभा में 32 सीटें हासिल की हैं जबकि आप को 28 सीटें मिली हैं। कांग्रेस आठ पर ही सिमट गई है। जदयू को एक सीट मिली जबकि मुंडका सीट निर्दलीय के खाते में गई है।
गौर हो कि दिल्ली में सरकार बनाने के लिए किसी पार्टी ने अब तक दावा नहीं किया है। ऐसे में आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविन्द केजरीवाल ने कहा कि वह पुन: चुनाव में जाने के लिए तैयार हैं और इस बार मुकाबला उनके और भाजपा के बीच होगा।
केजरीवाल ने कहा कि हम इसके (फिर से चुनाव के) लिए तैयार हैं। फिलहाल हम सरकार बनाने के लिए ना तो भाजपा या कांग्रेस से समर्थन लेंगे और ना ही देंगे। लेकिन अगला चुनाव इस बार की तरह नहीं होगा और भाजपा तथा आप के बीच लड़ा जाएगा क्योंकि कांग्रेस बुरी तरह हार चुकी है। उन्होंने कहा कि पार्टी पुन: चुनाव की स्थिति में कमजोर माने जाने वाले अपने कुछ उम्मीदवारों को बदलेगी। गौर हो कि अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी 70 सदस्यीय दिल्ली विधानसभा में 28 सीटें हासिल की हैं।
वहीं, हर्षवर्धन ने कहा कि उनकी पार्टी सरकार गठन को लेकर किसी भी तरह का गठजोड़ नहीं करेगी और वह विपक्ष की भूमिका निभाने को तैयार है। दिल्ली में सरकार गठन को लेकर अभी भी सस्पेंस बना हुआ है। किसी पार्टी को बहुमत नहीं मिलने से कोई भी पार्टी सरकार बना पाने में समर्थ नहीं है और ऐसे में यह भी कहा जा रहा है कि दिल्ली में दोबारा चुनाव हो सकते हैं।
इसी बीच, चुनाव आयोग ने दिल्ली विधानसभा चुनाव का परिणाम मंगलवार को घोषित कर दिया, जिसके साथ ही उपराज्यपाल नजीब जंग द्वारा सरकार गठन की दिशा में औपचारिक प्रक्रिया शुरू करने का मार्ग प्रशस्त हो गया। माना जा रहा है कि जंग सरकार बनाने के लिए भाजपा को बुला सकते हैं। यदि भाजपा सरकार बनाने की पेशकश ठुकरा देती है तो वह आप से पूछ सकते हैं कि क्या वह सरकार बनाने की संभावना तलाशने के लिए इच्छुक हैं।
First Published: Wednesday, December 11, 2013, 18:21