Last Updated: Thursday, November 21, 2013, 23:03

नई दिल्ली : एक वेब पोर्टल ने गुरुवार को शाजिया इल्मी और कुमार विश्वास सहित आम आदमी पार्टी (आप) के कई वरिष्ठ नेताओं पर स्टिंग ऑपरेशन कर दावा किया कि वे ‘गैर-कानूनी तौर-तरीकों से धन इकट्ठा करने’ में शामिल थे।
स्टिंग ऑपरेशन में आरोप लगाया गया है कि ‘आप’ के कई नेता, जिनसे लोगों से धन इकट्ठा करने और जमीन करार कराने में मदद मांगी गई, इस बाबत अपना समर्थन देने को तैयार हो गए पर उनकी शर्त थी कि इसके एवज में ‘आप’ को नकद में चंदे दिए जाएं। ‘आप’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने स्टिंग ऑपरेशन को अपनी पार्टी के खिलाफ एक साजिश करार दिया लेकिन यह भी कहा कि वह भ्रष्टाचार पर कोई समझौता नहीं करेंगे।
केजरीवाल ने कहा कि दोषी पाए जाने पर हम किसी को नहीं बख्शेंगे। उन्होंने कहा कि वह जानते हैं कि इस पूरे मामले के पीछे कौन लोग हैं। वीडियो में दिखाया गया है कि एक रिपोर्टर किसी कंपनी का प्रतिनिधि बनकर इल्मी से मिलता है और उनसे एक प्रतिद्वंदी कंपनी को सबक सिखाने के लिए मदद मांगता है। शुरुआत में इल्मी बगैर किसी कानूनी दस्तावेजों के रिपोर्टर की मदद करने से इंकार कर देती है पर बाद में बिना किसी दस्तावेज के भी उसकी मदद को तैयार हो जाती हैं। ऐसा तब होता है जब रिपोर्टर उन्हें नकद चंदा देने की पेशकश करता है।
इल्मी भी वीडियो में दिखाई देती हैं जिसमें वह कथित तौर पर रिपोर्टर से कहती नजर आती हैं कि पार्टी नकद में ही चंदा स्वीकार करती है। कोंडली से ‘आप’ उम्मीदवार मनोज कुमार, संगम विहार से ‘आप’ उम्मीदवार दिनेश मालवीय, ओखला से ‘आप’ उम्मीदवार इरफान उल्ला खान, रोहताश नगर से ‘आप’ उम्मीदवार मुकेश हुड्डा, देवली से ‘आप’ उम्मीदवार प्रकाश और पालम से ‘आप’ उम्मीदवार भावना गौड़ पर भी यह स्टिंग ऑपरेशन किया गया। ‘आप’ द्वारा कोष के गलत इस्तेमाल पर भाजपा नेता वी के मल्होत्रा ने कहा कि इस स्टिंग ऑपरेशन से ‘आप’ की असलियत पूरी तरह सामने आ आई है। (एजेंसी)
First Published: Thursday, November 21, 2013, 23:03